जर्नल ऑफ क्लिनिकल एंड एक्सपेरीमेंटल हेपेटोलॉजी में प्रकाशित समीक्षा में यह भी पाया गया है कि महाराष्ट्र, गुजरात, केरल और गोवा सबसे आम प्रकार के लीवर कैंसर के नए हॉटस्पॉट हैं.
पिछले सप्ताह जारी दिशानिर्देश सही सप्लीमेंट से प्रोटीन प्राप्त करने की सलाह देते हैं. यह ऐसे समय में आया है जब भारत का प्रोटीन-आधारित उत्पाद बाजार बढ़ रहा है.
इंडियन जर्नल ऑफ मेडिकल रिसर्च में प्रकाशित अध्ययन में लगभग 10% नुस्खों को 'अस्वीकार्य' के रूप में वर्गीकृत किया गया है, कहा गया है कि ऐसी चूक से दवा पर प्रतिकूल रूप से ड्रग रिऐक्शन हो सकता है और रोगी के स्वास्थ्य को खतरा हो सकता है.
टेक्सास में एक मरीज के जीनोम सीक्वेंसिंग से पता चला कि फ्लू अत्यधिक रोगजनक एवियन इन्फ्लूएंजा ए के कारण हुआ था. विशेषज्ञों का कहना है कि अभी भविष्यवाणी करना जल्दबाजी होगी लेकिन सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है.
आंतरिक नोट मानदंडों को समान रूप से लागू करने में चुनौतियों की पहचान करता है, जो मुख्य रूप से फार्मास्युटिकल और न्यूट्रास्युटिकल यूज़ के लिए एक ही पोषक तत्व या घटक के बार-बार उपयोग के कारण होता है.
स्वास्थ्य मंत्रालय ने वित्त वर्ष 2024-25 के लिए 90,657 करोड़ रुपये आवंटित किए, जो पिछले साल पेश किए गए पूर्ण बजट से 1.6 प्रतिशत अधिक और 2023-24 के संशोधित अनुमान से 12.5 प्रतिशत अधिक है.
मोनोसेफ, दवा का एक लोकप्रिय ब्रांड है जो पिछले कुछ महीनों में सबसे अधिक बिकने वाली दवाओं में से एक रही है. Ceftriaxone 'वॉच' एंटीबायोटिक है, जिसमें रोगाणुरोधी प्रतिरोध की उच्च क्षमता है.
ऑर्गेनाइजेशन ऑफ फार्मास्युटिकल प्रोड्यूसर्स ऑफ इंडिया अमेरिका, यूरोप के साथ ही दवाओं के विपणन के लिए मंजूरी चाहता है. लेकिन नियामक शायद ही कभी स्थानीय नैदानिक परीक्षणों के बिना किसी दवा को लॉन्च करने की अनुमति देता है.
रेबीज के कारण होने वाली मृत्यु दर और बीमारी का लगभग 96 प्रतिशत कुत्ते के काटने से जुड़ा हुआ है. भारत 2030 तक बीमारी को खत्म करने के प्रयास के रूप में कठिन संघर्ष का सामना कर रहा है.
तमाम लोकतांत्रिक देशों में ‘डीप स्टेट’ आज साजिश के आरोपों को जन्म दे रहा है. इसकी शुरुआत अमेरिका से हुई और अब भारत भी इसमें तेजी से आगे बढ़ रहा है. कई यूरोपीय देश भी इस कारवां में शामिल हो रहे हैं.