यह टिप्पणी ऐसी खबरों के बीच आई है जिनमें कहा गया है कि कोरोनोवायरस के कुछ मरीज ठीक होने के बाद फिर संक्रमण की चपेट में आ रहे हैं, इससे एंटीबॉडीज से मिलने वाली सुरक्षा पर सवाल उठ रहे हैं.
एक गंभीर कोविड-19 रोगी को लगभग 86,000 लीटर मेडिकल ऑक्सीजन की प्रतिदिन आवश्यकता होती है, बढ़ते मामलों के साथ राज्य इस महत्वपूर्ण जीवन रक्षक को जमा करने के प्रयास में लगे हुए हैं.
दिल्ली में सोमवार को कोविड-19 के 3,229 नए मामले सामने आये जिससे राष्ट्रीय राजधानी में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 2.21 लाख से अधिक हो गई जबकि मृतकों की संख्या बढ़कर 4,770 हो गई.
संसद के सोमवार से शुरू हुए मानसून सत्र में शामिल होने के लिए की गई कोविड-19 जांच में करीब 30 सांसद और संसद के 50 से अधिक कर्मचारी कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए.
स्वास्थ्य मंत्रालय की गाइडलाइंस में कहा गया है कि ठीक हुए मरीज़ों को कोविड के खिलाफ उपयुक्त एहतियात बरतना चाहिए जिसमें मास्क पहनना, हाथ साफ रखना और सोशल डिस्टेंसिंग नियमों का पालन करना शामिल है.
ये टेस्ट नेशनल एग्री-फूड बायोटेक्नोलॉजी इंस्टीट्यूट मोहाली और पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च चंडीगढ़ के रिसर्चर्स के दिमाग की उपज है.
स्वदेशी जागरण मंच ने मोदी सरकार से अपील की है कि वह द्विपक्षीय संबंधों पर फिर से विचार करे, गैरज़रूरी आयातों पर रोक लगाए, उड़ानें निलंबित करे और देश में विदेशी पर्यटन का बहिष्कार किया जाए.