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Thursday, 25 April, 2024
होमदेशलोकसभा में बोले हर्षवर्धन, सरकार के फैसलों से करीब 37-38 हजार लोगों की संक्रमण से मौत को टाला गया

लोकसभा में बोले हर्षवर्धन, सरकार के फैसलों से करीब 37-38 हजार लोगों की संक्रमण से मौत को टाला गया

संसद के सोमवार से शुरू हुए मानसून सत्र में शामिल होने के लिए की गई कोविड-19 जांच में करीब 30 सांसद और संसद के 50 से अधिक कर्मचारी कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए.

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नई दिल्ली: देश में कोविड-19 के बढ़ते मामलों के बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने सोमवार को कहा कि महामारी से निपटने के लिए देशभर में लॉकडाउन लगाने समेत सरकार के समय पर लिये गये फैसलों से संक्रमण के करीब 14-29 लाख मामलों को रोकने में और 37,000-38,000 लोगों को मौत से बचाने में मदद मिली.

कोविड-19 महामारी और उससे निपटने के लिए सरकार द्वारा उठाये गये कदमों पर लोकसभा में बयान देते हुए हर्षवर्धन ने कहा कि भारत में करीब 92 प्रतिशत मामले हल्के लक्षण वाले हैं, वहीं केवल 5.8 प्रतिशत मामलों में ऑक्सीजन थैरेपी की जरूरत पड़ी और केवल 1.7 प्रतिशत मामले आईसीयू वाले रहे.

उन्होंने कहा कि भारत में 11 सितंबर तक नोवेल कोरोनावायरस के कुल 45,62,414 मामले आए और 76,271 लोगों की संक्रमण से मृत्यु हो चुकी थी. उन्होंने बताया कि संक्रमण से मृत्यु दर 1.67 प्रतिशत है.

उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने कोविड-19 को सर्वोच्च स्तर की राजनीतिक चुनौती के तौर पर लिया.

हर्षवर्धन ने कहा कि राष्ट्रीय स्तर पर लॉकडाउन लगाने के सरकार के साहसिक फैसले को लागू करने से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान पर लोगों द्वारा ‘जनता कर्फ्यू’ का पालन करना इस बात का प्रमाण है कि भारत इस महामारी के खिलाफ मिलकर खड़ा रहा और सफलतापूर्वक इसके आक्रामक रुख को कुंद किया.

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उन्होंने कहा, ‘अनुमान है कि सरकार के लिये गये फैसलों से संक्रमण के करीब 14-29 लाख मामलों को रोकने में और 37,000-38,000 लोगों को मौत से बचाने में मदद मिली.’

हर्षवर्धन ने लोकसभा में कहा कि अब तक 35,42,663 लोग संक्रमण से उबर चुके हैं और यह संख्या कुल मामलों का 77.65 प्रतिशत है.

उन्होंने कहा, ‘मैं इस सदन को सूचित करना चाहता हूं कि सरकार भारत में कोविड-19 के प्रकोप की रोकथाम के लिए सभी जरूरी कदम उठा रही है.’


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इन राज्यों में हुई सबसे अधिक मौत

उन्होंने कहा कि संक्रमण और उससे मौत के सर्वाधिक मामले मुख्यत: महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, कर्नाटक, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, पश्चिम बंगाल, तेलंगाना, ओडिशा, असम, केरल और गुजरात से आये हैं.

उन्होंने कहा, ‘इन सभी राज्यों में मामलों की संख्या अलग-अलग एक लाख से अधिक है.’

हर्षवर्धन ने कहा कि विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार दुनियाभर में कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों की संख्या 2.79 करोड़ से अधिक है और संक्रमण से 9.05 लाख से अधिक लोगों की मृत्यु हो चुकी है.

उन्होंने कहा कि दुनिया में संक्रमण से मृत्यु की दर 3.2 प्रतिशत है.

स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि पूरी सरकार और संपूर्ण समाज के सहयोग से कोरोना वायरस से निपटने के प्रयासों के कारण भारत संक्रमण के मामलों और उससे जान गंवाने वाले रोगियों की संख्या को प्रति दस लाख आबादी पर 3,328 मामले और 55 लोगों की मौत तक सीमित रखने में सफल रहा है जो यह इसी तरह प्रभावित अन्य देशों की तुलना में दुनिया में सबसे कम दरों में से एक है.

उन्होंने कहा कि संक्रमण के माध्यम और बिना लक्षण वाले संक्रमण जैसे महामारी के अनेक मानकों पर अब भी अनुसंधान किया जा रहा है.

उन्होंने कहा, ‘एक समय था जब पीपीई का स्वदेशी उत्पादन नहीं हो रहा था. आज हम इस मामले में आत्म-निर्भर हैं और निर्यात करने की भी स्थिति में हैं.’

मंत्री ने कहा, ‘मेरी अध्यक्षता में एक मंत्रिसमूह ने तीन फरवरी, 2020 को इसके गठन से लेकर अब तक 20 बार बैठक की हैं. इस मंत्रिसमूह में विदेश मंत्री, नागर विमानन मंत्री हैं.’

उन्होंने कहा कि गृह मंत्रालय ने देश में कोविड-19 प्रबंधन के विभिन्न पहलुओं पर 10 मार्च को 11 अधिकार-प्राप्त समूहों का गठन किया था.


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करीब 30 सांसद कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए : सूत्र

संसद के सोमवार से शुरू हुए मानसून सत्र में शामिल होने के लिए की गई कोविड-19 जांच में करीब 30 सांसद और संसद के 50 से अधिक कर्मचारी कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए.

सूत्रो ने सोमवार को यह जानकारी दी. मानसून सत्र की शुरूआत होने से पहले, सभी सांसदों ओर लोकसभा तथा राज्यसभा के सचिवालयों के कर्मचारियों की आवश्यक कोविड-19 की जांच की गई.

सूत्रों ने बताया कि इन जांचों की रिपोर्ट के अनुसार, करीब 30 सांसद और सचिवालयों के 50 से अधिक कर्मचारी कोविड-19 से संक्रमित पाए गए.

उन्होंने बताया कि संक्रमित पाए गए सभी सांसदों और कर्मचारियों से संसद न आने और पृथक-वास में जाने के लिए कहा गया है.

सोमवार से शुरू हुआ मानसून सत्र एक अक्टूबर तक चलेगा. इस दौरान कोविड-19 महामारी को देखते हुए बैठकें दो पालियों में होंगी. राज्यसभा की बैठक सुबह और लोकसभा की बैठक दोपहर को होगी.

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