देश में लगातार तीन दिनों से उपचाराधीन लोगों की संख्या चार लाख से कम है. देश में अभी 3,78,909 लोगों का कोरोना वायरस संक्रमण का इलाज चल रहा है, जो कुल मामलों का 3.89 प्रतिशत है.
अध्ययन के दौरान टेस्ट से जुड़े आंकड़ों और विभिन्न आर वैल्यू से संबंधित डाटा का इस्तेमाल करके अलग-अलग परिस्थितियों के आधार पर आकलन करने के बाद कुछ सुझाव सामने रखे गए हैं.
इससे पहले शनिवार को अमेरिकी दवा निर्माता कंपनी फाइजर की भारतीय इकाई ने उसके द्वारा विकसित कोविड-19 टीके के आपातकालीन इस्तेमाल की औपचारिक मंजूरी के लिए भारतीय दवा नियामक के समक्ष आवेदन किया था.
सरकार के एक्सपर्ट पैनल ने, जो शीर्ष दवा विनियामक का सलाहकार है, बायोकॉन से इटॉलिज़ुमाब के चौथे दौर के ट्रायल्स के लिए संशोधित प्रस्ताव मांगा है, जिसे आपात इस्तेमाल की मंज़ूरी पहले ही मिल चुकी है.
सेंट पीटर्सबर्ग यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं का एक अध्ययन बताता है कि बीसीजी वैक्सीन गंभीर कोविड से बचाव में कारगर हो सकती है जो टीबी के टीके को कोरोनावायरस से जोड़ता है.
स्वास्थ्यमंत्री अनिल विज के कोरोना संक्रमित होने के बाद, भारत बायोटेक ने अपने बयान में कहा है, 'कोविड वैक्सीन के ट्रायल में शामिल किसी को भी कोरोना संक्रमण हो सकता है. इसमें हैरान होने वाली कोई बात नहीं है यह एक सामान्य प्रक्रिया है.'