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Sunday, 24 November, 2024
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अश्लीलता से घूंघट की ओर बढ़ रहे हरियाणवी गाने – घूंघट और मर्दों का घूरना सेक्शुअलिटी का प्रतीक बन रहा

52 गज का दामन और चटक मटक जैसे गाने हरियाणा में लोकप्रियता हासिल कर रहे हैं. गायकों के पास परेशान करने वाली इस प्रवृत्ति के आगे घुटने टेकने के अलावा कोई विकल्प नहीं है.

‘ऐप्स, एक्टिविटीज और टीचर्स ट्रेनिंग’, शिक्षा की गुणवत्ता के सुधार में जुटा पंजाब एजुकेशन कलेक्टिव

कार्यक्रम कक्षा में छात्रों के प्रदर्शन में सुधार के तत्काल लाभ से परे दिखता है.

‘मार्क्सवादियों को बाहर कर सावरकर और हिंदू साम्राज्यों पर जोर’, भगवा हो गई हैं ICHR की दीवारें

हिंदू राजवंशों पर प्रदर्शनी, भारत में लोकतंत्र की उत्पत्ति का दावा करने वाली किताब, शहीदों की सूची से मुसलमानों को हटाना, आईसीएचआर इतिहास का पुनर्लेखन कर रहा है.

‘कोई कंट्रोल नहीं, लोगों का कम होता विश्वास’; Byju’s से लेकर Lido तक, मिल रहीं तमाम शिकायतें

बायजूज के खिलाफ 3,833 शिकायतें हैं, जिनमें से 1,403 का समाधान किया जा चुका है. वहीँ सिंपलीलर्न के पास 390 शिकायतें हैं, लेकिन अभी तक इनमे से केवल 197 का ही समाधान किया गया है.

निज़ाम-काल के 694 बरगद के पेड़ NH 163 के चौड़ीकरण में बाधा, लोग वृक्ष बचाने के लिए NHAI से लड़ रहें

926 करोड़ की इस परियोजना के प्रस्तावित होने के बाद से ही काफी विरोध देखा गया है. स्थानीय लोगों का कहना है कि स्थानान्तरण विकल्प नहीं है क्योंकि इससे बहुत सारे पेड़ नहीं बचेंगे.

टीपू सुल्तान पर कर्नाटक की राजनीति एक बार फिर गरमाई, भाजपा ने आखिर इस मुद्दे को क्यों उछाला है

जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आते जा रहे हैं, भाजपा ‘गैर-देशभक्त’ टीपू सुल्तान के खिलाफ ‘देशभक्त’ सावरकर को खड़ा करने की कोशिश में लगी है. विश्लेषकों का कहना है कि यह हिंदू वोटों को हासिल करने और शासन के मुद्दों से ध्यान हटाने की कोशिश है.

1947 के विभाजन और आधुनिकता की मार से बचा नौलखा साबुन आज भी रखता है भारतीय कपड़ों की चमक बरकरार

लधा मल जैन बमुश्किल 14 बरस के थे, जब उन्होंने विभाजन पूर्व लाहौर में नौलखा नाम से कपड़े धोने का साबुन बनाने का व्यवसाय शुरू किया था.

नागालैंड में सोशल स्टेटस दिखाने का जरिया बनीं ‘व्हाइट वेडिंग्स’, लाखों-करोड़ों होते हैं खर्च

हर कोई शादी के दिन को यादगार बनाना चाहता है. और इसके लिए अच्छे खासे पैसे खर्च करने पड़ते हैं. कुल खर्च का सबसे बड़ा हिस्सा सजावट पर ही खर्च होता है.

‘कश्मीर क्रिकेट में 20 साल पीछे है’, महिला IPL में दिल्ली कैपिटल्स की पसंद बनीं जसिया अख्तर

प्रैक्टिस के लिए शोपियां से श्रीनगर जाने के लिए जसिया अख्तर को हर रोज 250 रुपये खर्च करने पड़ते थे. अपने सपने को पूरा करने के लिए वो बचत करती थी.

भोपाल की नई गारमेंट फैक्ट्री में मिल रहीं काफी नौकरियां, 450 महिलाओं सहित 5 हजार लोग कर रहे काम

जनवरी में गोकलदास के कारखाने के शुभारंभ पर, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने वादा किया था कि इससे 5,000 लोगों को सीधे तौर पर और 10,000 लोगों को अप्रत्यक्ष रोजगार मिलेगा.

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झारखंड चुनाव में जीतने और हारने वाले प्रमुख उम्मीदवार

रांची, 23 नवंबर (भाषा) झारखंड विधानसभा चुनाव में जीतने और हारने वाले प्रमुख उम्मीदवारों के नाम इस प्रकार हैं। जीतने वाले प्रमुख उम्मीदवार ...

लास्ट लाफ

सुप्रीम कोर्ट का सही फैसला और बिलकिस बानो की जीत

दिप्रिंट के संपादकों द्वारा चुने गए दिन के सर्वश्रेष्ठ कार्टून.