निधि शुक्ला पूछती हैं, “अतीक अहमद मारा गया. उसकी संपत्तियों पर बुलडोज़र चला दिया गया. यह कैसे संभव है कि अतीक का आचरण खराब था और अमरमणि का आचरण अच्छा है? योगी सरकार की यह कैसी दोहरी मानसिकता है?”
उस समय की यूपी की सीएम और बीएसपी सुप्रीमो मायावती कथित तौर पर इसकी खिंचाई कर रही थीं. ईमानदार आईपीएस अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया और टेलीफोन विभाग ने सहयोग करने से मना कर दिया था.
मैरी रॉय के प्रयासों ने केरल में सीरियाई ईसाई महिलाओं को अपने पिता की संपत्ति पर बराबर का दावा करने की अनुमति दी, जबकि उनके स्कूल ने कई युवा जीवन बदल दिए.
अपनी पुस्तक बियॉन्ड द ट्रैपिंग्स ऑफ ऑफिस में, राजन कश्यप ने आपातकाल, ऑपरेशन ब्लू स्टार और हरित क्रांति के दौरान काम करने से लेकर रोमांचक कारनामों का विवरण दिया है.
धनुर्वेद से लेकर ईस्ट इंडिया कंपनी के रिकॉर्ड तक- सुभ्रजीत मित्रा ने अपनी फिल्म के माध्यम से 1770 के बंगाल के सन्यासी विद्रोह पर फिल्म बनाने के लिए इसपर काफी शोध कर रहे हैं.
हर कुछ महीनों में, पत्रकार और राजनीतिक पर्यवेक्षक एक 'नए और बेहतर राहुल गांधी' के उद्भव का जश्न मनाते हैं, लेकिन बाद में पता चलता है कि वह अपने खोल में वापस चले गए हैं.
ज्ञानवापी में हिंदुओं के लिए दैनिक पूजा के अधिकार की मांग करने वाले मामले में मुख्य याचिकाकर्ता राखी सिंह पर उनके सह-याचिकाकर्ताओं द्वारा भागने एवं किसी और के इशारों पर काम करने का आरोप लगाया गया है.
'पूर्वांचल का ब्राह्मण शेर वापस आ रहा है'- 2003 के मधुमिता शुक्ला मर्डर में उम्रकैद की सजा काट रहे अमरमणि त्रिपाठी और उनकी पत्नी को रिहा करने के आदित्यनाथ सरकार के आदेश पर सवाल उठ रहे हैं, वहीं सियासी हलचल भी तेज हो गई है.
म्यांमार में 2021 के तख्तापलट के बाद जुंटा सैनिकों और स्थानीय बलों के बीच हिंसक झड़पों के कारण व्यवसाय पहले से ही मंदी की मार झेल रहा था. कूकी-मैतेई संघर्ष ने इसे और खराब कर दिया.