जैसे-जैसे लिव-इन रिलेशनशिप बढ़ रहे हैं. वैसे-वैसे ही सामाजिक दबाव भी बढ़ रहे हैं। सर्वोच्च न्यायालय ने अधिकारों का विस्तार किया है, लेकिन उच्च न्यायालयों, वैधानिक निकायों, राजनेताओं की ओर से इसका विरोध हुआ है.
यह विचार बैठकी 75 मिनट से अधिक समय तक चली. इसने कई मुद्दों को छुआ — पाठकों की परिभाषा, बाज़ार की ताकतें और साहित्यिक मूल्य और पाठक लेखकों से क्या चाहते हैं.
अल्पसंख्यक मामलों के मंत्रालय और केंद्रीय वक्फ परिषद मौलाना आज़ाद एजुकेशन फाउंडेशन पर लगाम लगाना चाहते हैं, लेकिन यह ‘अप्रचलित’ लेबल को स्वीकार नहीं करेगा.
शांतनु गुप्ता की ‘मोदी को वोट देने की 101 वजहें’ प्रधानमंत्री मोदी के कार्यकाल (दूसरे) के आखिरी दशक का गुणगान करती है और इसका टार्गेट पहली बार वोट देने वाले मतदाता हैं.
वाम मोर्चा शासन के दौरान, पार्टी का नियंत्रण अधिक और पैसे की राजनीति कम थी. अब स्थिति उलट गई है और टीएमसी के बाहुबली गांवों में कारोबार व शहरों में सिंडिकेट चला रहे हैं.
चेन्नई में कलाक्षेत्र फाउंडेशन में चार कर्मचारियों के खिलाफ छात्राओं के यौन उत्पीड़न के आरोपों के एक साल बाद, कैंपस अभी भी ‘ध्रुवीकरण की राजनीति’ कर रहा है.
लेकिन भारत के लिए असली संघर्ष कश्मीर की जनता को भारत के लक्ष्यों में सुरक्षित, समृद्ध सहयोगी बनाने का है. नई ट्रेन की हर एक यात्रा हमें इस उद्देश्य के निरंतर करीब लाती जाएगी.