राज्य का बेरोजगार युवा उस सरकारी नौकरी की तलाश में है, जिसका वजूद ही नहीं है. उद्योगों के अभाव में, तमाम बेरोजगार हैं, कुछ ने प्रवेश परीक्षा पास कर ली हैं. लेकिन, उन्हें अब भी ज्वाइनिंग लेटर का इंतजार है.
उद्योग निकाय IAMAI ने, जिसके अंतर्गत इंडियन एडटेक कंसॉर्टियम काम करता है, कहा है कि ये क्षेत्र एडटेक कमपनियों के लिए टेलंट को हायर कर रहा है, और बेहतर प्रोफेशनल बनने में शिक्षार्थियों की मदद भी कर रहा है.
शांतिश्री धूलिपुड़ी पंडित के नाम वाले एक अनवैरीफाइड ट्विटर एकाउंट में अन्य बातों के अलावा शर्जील इमाम और नाथूराम गोडसे का भी जिक्र किया गया था. हालांकि, इसकी पुष्टि नहीं हो पाई है कि यह उनका अपना ट्विटर एकाउंट ही था.
भोपाल में स्लम क्षेत्रों और उनके आसपास रहने वाली बहुत सी महिलाएं, ऐसे बच्चों की मुफ्त कक्षाएं ले रही हैं, जो स्कूल बंद होने की वजह से पढ़ाई से वंचित हो रहे थे.
प्रोफेसर डी पी सिंह ने 65 वर्ष की आयु पूरी हो जाने पर यूजीसी अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था, जिसके बाद सात दिसंबर से यह पद खाली था। सिंह ने 2018 में यूजीसी अध्यक्ष का कार्यभार संभाला था. यूजीसी के उपाध्यक्ष का पद भी रिक्त है.
मुसल्लाहपुर हाट में आने वाले ज्यादातर युवा ऐसे परिवारों से आते हैं जो आप गुजारा चलाने के लिए भी संघर्ष कर रहे हैं. ऐसा इसलिए क्योंकि यहां की कोचिंग सस्ती है. लेकिन बढ़ती बेरोजगारी ने अब उनमें से कई का मोहभंग कर दिया है.