पूरे राज्य में छात्र संगठनों और राजनीतिक दलों के कार्यकर्ताओं द्वारा सड़क और रेल यातायात बाधित किए जाने के कारण विरोध प्रदर्शन तेज़ हो गया है. एस्पिरेंट्स के एक प्रतिनिधिमंडल ने सोमवार को बिहार के मुख्य सचिव से मुलाकात की.
बीपीएससी ने व्यापक स्तर पर प्रश्नपत्र लीक होने के प्रदर्शनकारियों के आरोपों को ‘अफवाह’ बताते हुए खारिज कर दिया है. साथ ही, पटना के बापू नगर केंद्र पर परीक्षा देने वाले एस्पिरेंट्स के लिए फिर से परीक्षा लेने का आदेश दिया है.
कई आईआईटी इस वर्ष भर्तियों में मजबूत उछाल को स्वीकार करते हैं, जिसमें शुरुआती चरण में पीएसयू की भी अधिक भागीदारी है. हालांकि, छात्रों का कहना है कि औसत वेतन काफी हद तक स्थिर है.
स्पेस और संसाधनों की कमी से मार्गदर्शन और शोध पर्यवेक्षण जैसी समर्थन सेवाएं प्रदान करने की क्षमता पर असर पड़ेगा, स्टाफ और छात्रों ने चिंता जताई. DU प्रशासन का कहना है कि इस समय कॉलेजों के पास आवश्यक सुविधाएं हैं.
प्रोफेसर गोपाल दास की शिकायत के बाद नवंबर में कर्नाटक सरकार की अगुवाई वाली जांच में आईआईएम-बी प्रबंधन पर भेदभाव का आरोप लगाया गया था। संस्थान का कहना है कि प्रोफेसर की पदोन्नति रोके जाने के बाद आरोप सामने आए.
आईआईटी खड़गपुर में कृषि और खाद्य इंजीनियरिंग विभाग में प्रोफेसर तिवारी 2019 में निदेशक के रूप में अपनी नियुक्ति के वक्त से ही एक विवादास्पद व्यक्ति रहे हैं.
यह बयान ऐसे समय आया है, जब विरोध प्रदर्शन कर रहे बीपीएससी एस्पिरेंट्स के एक प्रतिनिधिमंडल ने आयोग के वरिष्ठ अधिकारियों से मुलाकात कर परीक्षा की तारीख बढ़ाने की मांग की.
बिहार लोक सेवा आयोग के एस्पिरेंट्स सर्वर से जुड़ी दिक्कतों और एग्जाम सेंटर्स के बीच दूरी पर दोबारा से सोचने का हवाला देते हुए फॉर्म भरने के लिए वक्त की मांग कर रहे हैं. पुलिस ने विरोध प्रदर्शन को ‘अवैध’ बताया है.
IIT खड़गपुर शिक्षक संघ ने सितंबर में शिक्षा मंत्रालय को पत्र लिखकर निदेशक वीके तिवारी के खिलाफ 'भाई-भतीजावाद' के आरोप लगाए थे. बदले में, उन्हें कारण बताओ नोटिस दिया गया.
दुलत जब आईबी में थे, तब उन्होंने कश्मीर में काम किया था और फारूक अब्दुल्ला के साथ उनके करीबी संबंध थे. तब से दिल्ली ने गुप्त वार्ता के लिए उनका इस्तेमाल किया है.