हालांकि एनसीईआरटी का कहना है कि यह सब 'विशेषज्ञ पैनल' की सिफारिशों के आधार पर किया गया था. लेकिन कुछ विशेषज्ञों ने दावा किया कि उन्होंने तो सिर्फ सुझाव दिए थे.
अंतिम नेशनल क्रेडिट फ्रेमवर्क रिपोर्ट मंगलवार को जारी की गई, जिसमें कहा गया है कि होमस्कूलिंग, ऑनलाइन शिक्षा और वैकल्पिक शिक्षण को मान्य किया जाना चाहिए और छात्रों को उनके लिए प्रमाण पत्र और डिप्लोमा दिए जाने चाहिए.
पिछले महीने NAAC के अध्यक्ष भूषण पटवर्धन ने मान्यता देने की प्रक्रिया में होने वाली 'समस्याओं' के उजागर होने के बाद इस्तीफा दे दिया था. अब संस्था तत्काल, अल्पकालिक समाधान पर काम कर रहा है.
नेशनल करीकुलम फ्रेमवर्क ड्राफ्ट में विशेषज्ञ पैनल द्वारा दिए गए सुझाव राष्ट्रीय शिक्षा नीति के पैटर्न को फॉलो करते हैं जिसका उद्देश्य शिक्षा में आमूल-चूल परिवर्तन करना है.
शिक्षा मंत्रालय ने अपने कुल बजट का 56% स्कूली शिक्षा के लिए निर्धारित किया है, जिसमें से सबसे बड़ा हिस्सा मोदी सरकार की प्रमुख शिक्षा योजना समग्र शिक्षा अभियान के लिए रखा गया है.
कॉलेज के छात्रों के बीच कंप्यूटर साइंस और इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग मुख्य पसंद बने हुए हैं, जबकि इसकी तुलना में मैकेनिकल और सिविल में छात्र कम इंटरेस्ट ले रहे हैं.
करीकुलम को लेकर गाइडलाइन्स नेशनल करीकुलम फ्रेमवर्क, राष्ट्रीय शिक्षा नीति का प्रमुख घटक है. किताबें हिंदी और अंग्रेजी सहित 13 भाषाओं में प्रिंट की जाएंगी.
अगरतला, 25 दिसंबर (भाषा)त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक साहा ने बुधवार को बताया कि उन्होंने हाल में संपन्न पूर्वोत्तर परिषद (एनईसी) के पूर्ण अधिवेशन में...