भारत ने कहा कि पाकिस्तान ने पश्चिमी और उत्तरी सेक्टरों में भारतीय सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया, साथ ही कहा कि विश्वसनीय जानकारी के अनुसार लाहौर में हवाई एयर डिफेंस को निष्क्रिय कर दिया गया है.
शुभम द्विवेदी के पिता ने भी अपनी बहू की तरह ही सेना की प्रतिक्रिया के लिए आभार जताया. उन्होंने कहा, 'मैं सेना को सलाम करता हूं. मैं प्रधानमंत्री का शुक्रिया अदा करता हूं, जिन्होंने देश के लोगों का दर्द समझा.'
पहलगाम हमले के जवाब में मिसाइल हमलों में बहावलपुर में जैश के जामा-ए-मस्जिद सुभानअल्लाह मुख्यालय और मुरीदके में लश्कर-ए-तैयबा मुख्यालय को निशाना बनाया गया.
बुधवार को सुबह 1:05 बजे से 1:30 बजे के बीच किए गए हमलों में भारतीय सेना, नौसेना और वायु सेना द्वारा समन्वित प्रयास शामिल थे, जिसमें पाकिस्तान के साथ-साथ पीओके में जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर के ठिकानों जैसी प्रमुख सुविधाओं को निशाना बनाया गया.
बीजिंग ने दोनों पक्षों से 'शांति और स्थिरता के व्यापक हित में कार्य करने, शांत रहने, संयम बरतने तथा ऐसी कार्रवाई करने से बचने का आग्रह किया, जिससे स्थिति और जटिल हो सकती है.'
रक्षा मंत्रालय ने अपने बयान में कहा है कि इस हमले में किसी भी पाकिस्तानी सेना की बिल्डिंग या ठिकाने को निशाना नहीं बनाया गया. यह कार्रवाई सोच-समझकर, सीमित और ऐसा किया गया है जिससे हालात और न बिगड़ें.
हवलदार झंटू अली शेख को 19 वर्ष की आयु में 6 पैरा में शामिल किया गया था. पश्चिम बंगाल में उनका गांव अब उस युवा सैनिक के लिए शोक मना रहा है, जो गुरुवार को आतंकवादियों के साथ गोलीबारी में शहीद हो गया.
भारतीय रक्षा एवं सुरक्षा अधिकारियों का मानना है कि पहलगाम हमला पाकिस्तान के आंतरिक बदलावों और कश्मीर में बदलती जमीनी हकीकतों के कारण हुआ, जहां आतंकवादियों की भर्ती में भारी गिरावट आई है.
पहलगाम हमले के बाद से ही पाकिस्तानी सेना संघर्ष विराम समझौते का उल्लंघन कर रही थी, लेकिन शुक्रवार की रात पहली बार नियंत्रण रेखा पर बड़े पैमाने पर उल्लंघन हुआ.
कृष्णा घाटी सेक्टर में घुसपैठ के दौरान घुसपैठ रोधी बारूदी सुरंग फटने के बाद पाकिस्तानी सेना ने बिना उकसावे के गोलीबारी की, जिसका भारतीय सैनिकों ने 'नियंत्रित एवं संतुलित तरीके' से जवाब दिया.
इस सीरीज को परिभाषित करने वाला तथ्य यह है कि भारत में लाल गेंद से खेले जाने वाले क्रिकेट का भारी पतन हो चुका है और मेहमान टीम हमसे ‘मशक्कत’ करवाने के दावे करके हमारा मखौल उड़ा सकती है.
देहरादून, 29 नवंबर (भाषा) उत्तराखंड परिवहन विभाग राज्य में सड़क किनारे ऑटोमोबाइल वर्कशॉप चलाने वाले मैकेनिकों के लिए लाइसेंस, तकनीकी प्रशिक्षण और न्यूनतम मानक...