रक्षा सूत्रों ने बताया कि पूर्वी लद्दाख सेक्टर और सिक्किम के साथ-साथ आसपास के क्षेत्रों में चीनी सैन्य गतिविधियों पर नजर रखने के लिए उन्नत निगरानी क्षमताओं और लंबे समय तक टिके रहने वाले नए ड्रोन तैनात किए जा रहे हैं.
स्वीडिश थिंक टैंक सिपरी ने अपने एक अध्ययन में पाया है कि एशिया और ओशिनिया की कंपनियों ने यूरोपीय कंपनियों की तुलना में हथियारों की अधिक बिक्री दर्ज की, जबकि अमेरिकी निर्माताओं की बिक्री में 0.9 प्रतिशत की गिरावट देखी गई है.
रूस द्वारा हथियारों के निर्यात पर पश्चिमी देशों द्वारा लगाए गए प्रतिबंध चीन के लिए म्यांमार जैसे ऐसे देशों को हथियारों की आपूर्ति करने का अवसर पैदा कर सकता है, जो रूसी हथियारों पर बहुत अधिक निर्भर हैं.
दक्षिणी नौसैन्य कमान के प्रमुख वाइस एडमिरल एम ए हंपीहोली ने कहा कि चीन का एक जासूसी जलपोत पिछले कुछ महीने में दूसरी बार हिंद महासागर क्षेत्र में घुसा है.
इन पक्षियों को मेरठ के रिमाउंट वेटरनरी कॉर्प्स सेंटर में निगरानी के उद्देश्य से भी प्रशिक्षित किया जा रहा है, और इसके तहत उनके सिर पर वीडियो रिकॉर्ड करने वाले कैमरे लगाए गए हैं.
2,000 किलोमीटर लंबा यह राजमार्ग सेना के लिए रणनीतिक महत्व का होगा. अधिकारियों का कहना है कि जिस तरह के उपकरण एलएसी के दूसरी तरफ इस्तेमाल किए जा रहे हैं, ठीक वैसे ही उपकरण दुर्गम इलाके में काम करने के लिए तैनात किए गए हैं.
भारी-भरकम तोपें सटीक-लक्ष्य साधने में सक्षम आधुनिक हथियारों का मुकाबला करने में कैसे अक्षम साबित हुईं. इसी पर केंद्रित है यूक्रेन युद्ध से भारतीय सेना के लिए सबक पर तीन पार्ट की सीरिज का यह अंतिम भाग.
डिफेंस कंपनियों के शेयरों में आई तेजी ने NSE 50 इंडेक्स की ग्रोथ को पीछे छोड़ दिया है. NSE 50 एक प्रमुख बेंचमार्क इंडेक्स है जो रजिस्टर शीर्ष 50 कंपनियों का शेयर का प्रतिनिधित्व करता है.
औली में जारी युद्धाभ्यास में अमेरिका की 11वीं एयरबोर्न डिवीजन की दूसरी ब्रिगेड के सैनिक और असम रेजीमेंट के जवान खासकर अत्यधिक ऊंचाई वाले और बेहद ठंडे इलाकों में प्रशिक्षण पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं.