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Sunday, 24 November, 2024
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समाज-संस्कृति

अटल-आडवाणी से लेकर इंदिरा-सोनिया तक भारतीय राजनेता कैसे मनाते आए हैं होली

शायद ही देश के किसी यूनिवर्सिटी कैंपस में जेएनयू की तरह प्रेम और सद्भाव के वातावरण में होली खेली जाती हो. सब धाराओं-विचारधाराओं के स्टूडेंट्स मिलकर होली के रंग बिखेरते हैं.

महाराष्ट्र के स्कूल दिवील में शिक्षिकाओं से बेटियों ने जानी अपनी शक्ति, बदल दी स्कूल की पहचान

शिक्षण पद्धति और कई गतिविधियों से रायगढ़ जिला परिषद प्राथमिक मराठी स्कूल दिवील में लड़कों से ज्यादा लड़कियां अपनी जिम्मेदारी या नेतृव्य क्षमता सब में आगे.

‘मर्दों की कामुकता नहीं जाती, इसलिए औरतों में आते हैं भूत’- प्रेत बाधा दूर करने वाले बाबा

नजफगढ़ में एक किराए के प्लॉट में भूत-प्रेत दूर करने का धाम चला रहे शनि भक्त मनू भैया के यहां झाड़-फूक कराने हजारों लोग पहुंचते हैं.

कोरोनावायरस के उत्पात के दौर में चीन को क्यों याद आ रहे हैं भारत के डॉक्टर कोटनिस

आज जब भारत में कोरोनावायरस से दो मौतों हुईं हैं और दुनियाभर में यह वायरस फैल रहा है ऐसे में डॉक्टर कोटनिस ने आज से लगभग आठ दशक पहले चीन में पीड़ित सैनिकों की सेवा करते हुए जिस तरह अपनी जिंदगी समर्पित कर दी, उसके लिए चीन आज भी उनका एहसान मानता है.

आनंदीबेन जोशी जिसने अपने 14 दिन के बच्चे की मौत के बाद ठाना की वह देश में किसी को असमय नहीं मरने देंगी

समाज में बढ़ते विरोध के बाद आनंदी ने कहा मैं सिर्फ डॉक्टरी की शिक्षा के लिए अमेरिका जा रही हूं, मेरी इच्छा नौकरी करने की नहीं बल्कि लोगों की जान बचाने की है.

सफल व्यक्ति के असफल अनुभव भी रोचक लगते हैं, ऐसी ही कहानियों की बानगी है ‘ट्वेल्थ फेल’

सफल आदमी को अपना संघर्ष खुद लिखने की आजादी होती है. असफल का संघर्ष कोई सुनना नहीं चाहता और सफल के असफल अनुभव भी रोचक लगते हैं. बारहवीं फेल होना आज मनोज शर्मा का यूएसपी बन गया है.

राजनैतिक-सामाजिक गठजोड़, लव ज़िहाद का लिबास और छोटे कस्बे से गायब होते लोग

व्यवस्था पर सवाल उठाते ही व्यक्ति का गुम हो जाना और उसकी गुमशुदगी को सांप्रदायिक लिवास में उढाना और ये दिखाना कि सबकुछ सामान्य है....यही चंदन पाण्डेय की उपन्यास 'वैधानिक गल्प' के लिखने की बैचेनी को दर्शाता है.

महाराष्ट्र : ‘मनुष्य-मनुष्य’ एक समान के नारे से मिट रही आदिवासी और गैर-आदिवासी बच्चों के बीच की दूरी

समाज में यदि कई तरह के भेदभाव हैं तो एक शिक्षक की जिम्मेदारी है कि वह स्कूल परिसर में हर तरह के भेदभाव को समाप्त करने का प्रयास करें.

हस्तकला में दक्ष बच्चे बन रहे पर्यावरण के प्रति संवेदनशील, कचरे से बना रहे उपयोगी सामान

शिक्षक द्वारा किए गए कुछ प्रयासों का परिणाम है कि ज्यादातर बच्चे हस्तकला में दक्ष तो हो ही रहे हैं, उनमें सौंदर्यबोध भी विकसित हो रहा है और वे पर्यावरण के प्रति संवेदनशील बन रहे हैं.

संघ का ऐसा स्वंयसेवक जिसे विचारधाराओं के परे उनके कामों को लेकर याद किया जाएगा

परवेश्वरन दीनदयाल अनुसंधान संस्थान के निदेशक भी बने जहां वे 1982 तक कार्य करते रहे. फिर उन्होंने केरल में काम करने का सोचा और एक नया संगठन भारतीय विचार केंद्रम को सुव्यवस्थित आकार देने का निश्चय किया.

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झारखंड चुनाव में जीतने और हारने वाले प्रमुख उम्मीदवार

रांची, 23 नवंबर (भाषा) झारखंड विधानसभा चुनाव में जीतने और हारने वाले प्रमुख उम्मीदवारों के नाम इस प्रकार हैं। जीतने वाले प्रमुख उम्मीदवार ...

लास्ट लाफ

सुप्रीम कोर्ट का सही फैसला और बिलकिस बानो की जीत

दिप्रिंट के संपादकों द्वारा चुने गए दिन के सर्वश्रेष्ठ कार्टून.