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Tuesday, 4 February, 2025
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समाज-संस्कृति

खाकी कमीज और खाकी निकर से लेकर सफेद कमीज, गहरे भूरे रंग की पैंट तक RSS की वरदी का सफर

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पर्व-त्योहार या सर संघचालक द्वारा सालाना भाषण के समय अथवा अनेक शाखाओं के किसी समारोह के अवसर पर उपस्थित होनेवाले सभी सदस्यों को पूरी वरदी पहननी होती है.

उत्तर-पूर्वी राज्यों की बात करती उलझी हुई फिल्म ‘अनेक’

उत्तर-पूर्व के सात राज्यों की बातें हिन्दी फिल्मों में कम हुई हैं. खासतौर से वहां की अशांति और हिंसा पर तो कायदे से कोई बात कभी हुई ही नहीं. बाकी भारत के लिए भी ये राज्य तस्वीरों में खूबसूरत और खबरों में डरावने मात्र ही रहे हैं.

कैसे भुला दी गई रेप की एक घटना- 50 साल पहले मथुरा को न्याय नहीं मिला, फिर समाज ने भी ठुकरा दिया

दिप्रिंट ने पचास साल पहले बलात्कार की शिकार और आज भी न्याय का इंतजार कर रही मथुरा के बारे में पता लगाया. हालांकि, उसके मामले ने कानूनी सुधार की राह जरूर खोली थी.

‘रेत समाधि’ को बुकर प्राइज मिलने पर गीतांजलि श्री ने कहा- कभी बुकर का सपना नहीं देखा था

गीतांजलि श्री ने कहा कि बुकर पुरस्कार मिलने के बाद ये उपन्यास कई और लोगों तक जाएगा जो कि अन्यथा नहीं पहुंच पाता.

क्या सचमुच जोरदार एंटरटेनमेंट परोसती है फिल्म ‘भूल भुलैया 2’

कहानी यह है कि बरसों पहले मंजुलिका के भूत को एक कमरे में बंद कर के सारा परिवार कहीं और शिफ्ट हो गया. अब किसी वजह से ये लोग वापस उसी महल में रहने आए हैं तो ज़ाहिर है कि मंजुलिका भी छूटेगी और सब को डराएगी भी.

‘हुमच के, बनराकस, छेक के, रंगबाजी’: पंचायत का फुलेरा बिल्कुल बदल चुका है

पंचायत के दूसरे सीजन को लेकर अलग-अलग रिव्यू भी आ गए हैं तो अब ठहर कर इस सीरीज के उन दो पहलुओं पर बात करना जरूर हो जाता है जिस पर अभी तक कोई चर्चा नहीं हुई. पहला 'बदलाव' और दूसरा 'भाषाई शैली'.

कारगिल युद्ध के बाद भारत ने खरीदे काफी हथियार, निजी कंपनियों के भी खोले दरवाजे

कारगिल युद्ध के बाद सेना ने वे सभी हथियार खरीद लिये हैं, जिनकी कमी कारगिल युद्ध के दौरान खली थी. अब तो भारत के पास राफेल भी आ गया है, जिससे हमारी वायु सेना की ताकत भी कई गुना बढ़ गई है.

नाम से जोरदार असल में बोर करती कन्या भ्रूण हत्या पर बनी कमजोर फिल्म है ‘जयेशभाई जोरदार’

फिल्म में ढेर सारे रंग-रंगीले लोग होने के बावजूद यह फिल्म भरी-पूरी नहीं है बल्कि ये लोग फिल्म में भीड़ और शोर बढ़ाने का ही काम करते हैं. किसी भी किरदार को यह फिल्म कायदे से उठा नहीं पाती.

‘POK भारत में वापस’ भारत-पाकिस्तान डिप्लोमेसी पर आधारित है उपन्यास

अमित बगड़िया पिछले चार सालों में 12 किताबें लिख चुके हैं, जिनमें से चार बेस्ट सेलर साबित हुई हैं. काल्पनिक घटना पर आधारित उनका काल्पनिक घटना पर आधारित उनका यह पहला उपन्यास है, जिसकी 15,000 से अधिक प्रतियां मात्र डेढ़ साल में बिक चुकी हैं.

मैरिटल रेप यानी जब पति ही बलात्कारी बन जाए

दुनिया के 150 देशों में वैवाहिक दुष्कर्म को कानूनन अपराध माना जाता है जिनमें अमेरिका, जर्मनी, ऑस्ट्रेलिया, फ्रांस जैसे देश शामिल हैं जबकि भारत, पाकिस्तान, चीन जैसे 32 देशों में इसे अपराध नहीं माना जाता है.

मत-विमत

मोदी 3.0 के बजट से जुड़ी है समाजवादी पहचान की सुर्खी और उसके नीचे दबी है परमाणु संधि की आहट

इस बजट की सुर्खी बनने लायक एकमात्र बात मिडिल-क्लास को इनकम टैक्स में दी गई राहत है और सबसे साहसिक और सकारात्मक पहलू है परमाणु ऊर्जा एक्ट और ‘सिविल लायबिलिटी ऑन न्यूक्लियर डैमेज एक्ट’ में संशोधन का इरादा.

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राजनीति

देश

राजस्थान में रेल विकास के लिये 9960 करोड़ रुपये आवंटित करने पर मोदी व रेल मंत्री का आभारी हूं: शर्मा

जयपुर, तीन फरवरी (भाषा) राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने राज्य में रेल विकास के लिये 9960 करोड़ रुपये आवंटित करने के लिये सोमवार...

लास्ट लाफ

सुप्रीम कोर्ट का सही फैसला और बिलकिस बानो की जीत

दिप्रिंट के संपादकों द्वारा चुने गए दिन के सर्वश्रेष्ठ कार्टून.