एक IAS ASPIRANTS की रोमांचक सक्सेस स्टोरी’ प्रभात प्रकाशन से छपी किताब में पढ़ाई के दिनों में आईएएस की तैयारी करने वाला लड़का क्या क्या सोचता है, इसकी मजेदार कहानियां लिखी हैं पीयूष रोहनकर, DANICS ने.
‘अजय वर्द्धन’ व ‘त्राहिमाम’ जैसी फिल्में भी आई हैं और अन्य भाषाओं की फिल्में भी देश के अलग-अलग हिस्सों व विभिन्न ओ.टी.टी. मंचों पर रिलीज हुई हैं लेकिन ये सारी की सारी बेहद ठंडी हैं और इन्हें कोई नहीं पूछ रहा है.
किशोरावस्था तक का उनका जीवन जीविका के लिए मवेशी चराने और मेहनत-मजदूरी करने जैसे कामों में ही बीत गया. 12 साल की उम्र में प्लेग से माता-पिता को खोने के बाद उन्होंने पास के मंधना स्टेशन पर कचालू भी बेचे.
शाह तब तक अराजनीतिक शख्स से ऊपर उठ कर हर जगह राजनीति देखने लगे थे. यहां तक कि उन्होंने साल 2002 के गुजरात दंगों के लिए मिर्जा से माफी भी मांगी थी. मिर्जा ने पूछा भी था कि उन्हें इससे क्या लेना-देना?
बॉलीवुड के किंग खान अभिनेता शाहरुख खान रविवार को देर रात अपने साथियों के साथ मां वैष्णों देवी दर्शन के लिए पहुंचे. इससे पहले वो काबा में उमराह करते हुए भी नज़र आ चुके हैं.
यह फिल्म दिखाती है कि कैसे उल्फा के एक कमांडर मृदुल के परिवार वालों पर अत्याचार होता है जबकि उनका मृदुल से अब कोई नाता भी नहीं रहा. लेकिन यह अत्याचार इस परिवार को बदल कर रख देता है.
विद्रोही प्रगतिशील धारा के व्यक्ति थे जिन्होंने समाज से कई धार्मिक विश्वासों, जेंडर को लेकर होने वाली असमानताओं और आर्थिक गैर-बराबरी को लेकर मुखरता से अपनी आवाज़ उठाई और आवाम के बीच उसे अपनी कविताओं के जरिए ले जाने का प्रयास किया.
कॉर्पोरेट वालों की मलामत करना आसान है. लेकिन अपने उद्यमियों, संपदा और रोजगार पैदा करने वालों को प्यार और सम्मान न देने वाला समाज निम्न-मध्यवर्गीय आय के खांचे में ही अटके रहने को अभिशप्त होता है.