शेरगढ़, यह 33 गांवोंवाली जोधपुर जिले की एक तहसील और देश के अनेक योद्धाओं की जन्मस्थली है. अपने नाम के अनुरूप ही इस स्थान ने देश के लगभग सभी युद्धों और अभियानों में अपने अनेक शेर, अनेक सपूत भेजे हैं.
इस फिल्म का मकसद आपको कोई महान कहानी या कोई बहुत ही जानदार पटकथा दिखाना नहीं है. इस फिल्म का मकसद है आपको उन रंगीन मसालों की बारिश में भिगोना जिसके लिए ‘बॉलीवुड’ जाना जाता है.
वहीं विश्व हिन्दू परिषद के प्रवक्ता श्रीराज बी नायर ने कहा कि वीएचपी फिलहाल शाहरुख खान की स्पाई-थ्रिलर 'पठान' का विरोध नहीं करेगी क्योंकि फिल्म में बदलाव किए गए हैं.
हालांकि अपने नाम से यह कोई रोमांटिक किस्म की फिल्म लगती है और देखा जाए तो इसका यह शीर्षक ही इसकी पहली कमजोरी है क्योंकि इसके नाम से इसके स्वाद का अंदाजा नहीं लग पाता.
पेश है दिप्रिंट का राउंड-अप कि कैसे उर्दू मीडिया ने पिछले सप्ताह के दौरान विभिन्न समाचार संबंधी घटनाओं को कवर किया और उनमें से कुछ ने इसके बारे में किस तरह का संपादकीय रुख इख्तियार किया.
पेश है दिप्रिंट का राउंड-अप कि कैसे उर्दू मीडिया ने पिछले सप्ताह के दौरान विभिन्न समाचार संबंधी घटनाओं को कवर किया और उनमें से कुछ ने इसके बारे में किस तरह का संपादकीय रुख इख्तियार किया.
आनंद दुश्मन के कब्जे में था और उसकी जान को बेहद खतरा था. उसे अंदाजा नहीं था कि भारत में क्या कुछ हो रहा है. उनके पास मौजूद ‘संवेदनशील जानकारी’ दोनों देशों के संबंधों के बीच एक ‘अस्थिरता’ पैदा कर सकती थी.
मशहूर शायर फैज अहमद फैज की नज्म ‘कुत्ते’ की कुछ पंक्तियां देखिए-‘जो बिगड़ें तो इक दूसरे को लड़ा दो, जरा एक रोटी का टुकड़ा खिला दो... ये चाहें तो दुनिया को अपना बना लें, ये आकाओं की हड्डियां तक चबा लें....’