सपा नेता डिंपल यादव कन्नौज से, धमेंद्र यादव बदायूं और अक्षय यादव फिरोजाबाद से हारे हैं. वहीं बिहार में महागठबंधन में शामिल पूर्व केंद्रीय मंत्री लालू प्रसाद की पार्टी राजद खाता भी नहीं खोल पाई.
मोदी सरकार कल्याणकारी योजनाओं के कार्यान्वयन में यूपीए से अधिक सक्षम रही और उसने महंगाई को काबू में रखा. कांग्रेस का ‘चोर’ मोदी वाला विरोध बुरी तरह नाकाम रहा.
मोदी की मौजूदगी बाकी तमाम मुद्दों को एक किनारे सरका कर लोगों के दिमाग पर छा जाने के मामले में अब नाकाफी है. साधारण राजनीति वापिस आ रही है और लंबे वक्त से दबे चले आ रहे मुद्दे अब सिर उठा रहे हैं.