सपा नेता डिंपल यादव कन्नौज से, धमेंद्र यादव बदायूं और अक्षय यादव फिरोजाबाद से हारे हैं. वहीं बिहार में महागठबंधन में शामिल पूर्व केंद्रीय मंत्री लालू प्रसाद की पार्टी राजद खाता भी नहीं खोल पाई.
मोदी सरकार कल्याणकारी योजनाओं के कार्यान्वयन में यूपीए से अधिक सक्षम रही और उसने महंगाई को काबू में रखा. कांग्रेस का ‘चोर’ मोदी वाला विरोध बुरी तरह नाकाम रहा.
जब उस यूट्यूबर ने, जिसने CJI बी आर गवई के खिलाफ हंगामा मचाया, पुलिस स्टेशन जाने के बाद सोशल मीडिया पर घमंड करते हुए कहा कि ‘सिस्टम हमारा है’, तो दलितों के लिए क्या उम्मीद बचती है?