भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत इसकी राष्ट्रीय पहचान का एक महत्वपूर्ण घटक है. देश में कलाकृतियों की फिर से वापसी और वैश्विक सहयोग की दिशा में चल रहे प्रयास भविष्य के लिए आशा का प्रतीक हैं.
जिला मजिस्ट्रेट ने कहा, “सामुदायिक रसोई स्थापित की गई है, विशेष रूप से दो सबसे अधिक प्रभावित जिलों में...जहां भी लोगों ने मांग की है, वहां भी उन्हें स्थापित किया गया है. लोगों ने अपने घरों के पास सामुदायिक रसोई की मांग की है, ताकि उन्हें दूर आने-जाने की ज़रूरत न पड़े.”