कराची: पाकिस्तान के सिंध प्रांत में रविवार को एक एक्सप्रेस ट्रेन के कई डिब्बे पटरी से उतर जाने से 30 लोगों की मौत हो गई और 80 अन्य घायल हो गए. अधिकारियों ने यह जानकारी दी.
हजारा एक्सप्रेस कराची से रावलपिंडी जा रही थी. यह ट्रेन नवाबशाह जिले में सरहरी रेलवे स्टेशन के पास पटरी से उतर गई. सरहरी कराची से 275 की दूरी पर स्थित है.
रेल मंत्री साद रफीक ने मीडिया को बताया कि हादसे में 30 लोगों की मौत हो गई और 80 अन्य घायल हो गए. मंत्री ने कहा कि रेलवे अधिकारियों के लिए सर्वोच्च प्राथमिकता बचाव अभियान पूरा करना है. उन्होंने कहा कि दुर्घटना के कारण का पता लगाने के लिए जांच की जाएगी.
बेनजीराबाद डिवीजन के आयुक्त अब्बास बलूच ने एक बयान में कहा कि दुर्घटना में 30 लोगों की मौत हो गई, जबकि एक डिब्बे में अभी भी कुछ यात्री फंसे हुए हैं.
सिंध के मुख्यमंत्री सैयद मुराद अली शाह ने नवाबशाह के बेनजीराबाद के पीपुल्स मेडिकल कॉलेज अस्पताल में मीडिया से बातचीत में मृतकों की संख्या की पुष्टि की. उन्होंने कहा कि जरूरत पड़ने पर घायलों को कराची ले जाया जा सकता है और स्थानीय प्रशासन और स्वास्थ्य अधिकारियों को राहत और बचाव प्रयासों में तेजी लाने का निर्देश दिया.
उन्होंने कहा कि हजारा एक्सप्रेस में करीब 1,000 यात्री यात्रा कर रहे थे. हजारा एक्सप्रेस के ड्राइवर ने ‘जियो न्यूज’ को बताया कि ट्रेन की गति लगभग 50 किलोमीटर प्रति घंटा थी, जब 19 में से 10 डिब्बे एक के बाद एक ट्रैक से उतर गए. उन्होंने कहा, ‘‘लाइन पर अधिकतम गति सीमा 105 किमी प्रति घंटा है, इसलिए हम गति सीमा के भीतर थे. मुझे नहीं पता कि कैसे यह घटना हुई.’’
पाकिस्तान रेलवे के सुक्कुर मंडल वाणिज्यिक अधिकारी (डीसीओ) मोहसिन सियाल ने बताया कि मलबे से 15 शव निकाल लिए गए हैं और पाकिस्तानी सेना बचाव कार्य में मदद कर रही है.
टेलीविजन चैनल के फुटेज में सरहरी रेलवे स्टेशन के पास दुर्घटनास्थल पर ट्रेन के डिब्बे बुरी तरह क्षतिग्रस्त नजर आ रहे हैं. फुटेज में बचावकर्मी और पुलिसकर्मी पटरी से उतरे डिब्बों से लोगों को बाहर निकालते हुए दिखे. आम लोग भी बचाव कार्य में शामिल दिखे. एक अधिकारी ने कहा, ‘‘फिलहाल, ध्यान बचाव कार्य और पटरी से उतरे डिब्बों से लोगों को निकालने पर है.’’ उन्होंने कहा कि दुर्घटना के कारण की जांच की जा रही है.
सरकारी ‘रेडियो पाकिस्तान’ ने बताया कि पाकिस्तानी सेना और रेंजर्स के कर्मियों ने दुर्घटनास्थल पर राहत और बचाव कार्य में हिस्सा लिया. सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर के विशेष निर्देश पर बचाव अभियान शुरू किया गया. बचाव अभियान में सहायता के लिए अतिरिक्त सैनिकों को बुलाया गया. घायल लोगों को बचाने के लिए आर्मी एविएशन के हेलीकॉप्टर को भी मौके पर भेजा गया.
अधिकारियों ने कहा कि प्रभावित डिब्बों को मशीन का इस्तेमाल करके कुछ घंटों में पटरी से हटा दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि कराची से ट्रेनों के रवाना होने में देर हो सकती है.
रेल मंत्री रफीक ने कहा कि प्रारंभिक जांच से पता चला है कि ट्रेन तय रफ्तार से जा रही थी. उन्होंने कहा कि सुक्कुर और नवाबशाह के अस्पतालों में आपात स्थिति लागू कर दी गई है.
विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी ने सिंध सरकार को ट्रेन दुर्घटना में घायल यात्रियों को तत्काल उपचार प्रदान करने का निर्देश दिया और पीपीपी कार्यकर्ताओं से राहत और बचाव गतिविधियों में भाग लेने का आह्वान किया. बिलावल की पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) सिंध प्रांत में सत्ता में है.
पाकिस्तान में पुराने ट्रैक रख-रखाव सिस्टम, सिग्नल समस्याओं, तकनीकी उपकरणों और पुराने इंजन के कारण रेलवे दुर्घटनाएं अक्सर होती रहती हैं. सिंध में सबसे भीषण ट्रेन दुर्घटना 1990 में सुक्कुर के पास हुई थी, जब 307 लोग मारे गए थे.
रविवार की दुर्घटना से एक दिन पहले, कराची से सियालकोट जा रही अल्लामा इकबाल एक्सप्रेस के तीन डिब्बे पटरी से उतर गए थे, लेकिन कोई जख्मी नहीं हुआ था.
अप्रैल में दक्षिणी सिंध प्रांत के खैरपुर जिले में टांडो मस्ती खान के पास कराची से लाहौर जा रही कराची एक्सप्रेस के एक डिब्बे में आग लगने से सात लोगों की मौत हो गई थी.
सात जून, 2021 को सिंध के घोटकी में दो एक्सप्रेस ट्रेन की टक्कर में 32 लोगों की मौत हो गई थी और 64 घायल हो गए थे. फरवरी 2020 में सिंध के रोहरी स्टेशन के पास एक बस के एक ट्रेन की चपेट में आने से 19 लोगों की मौत हो गई थी.
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