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Saturday, 4 May, 2024
होमविदेशअगर मुस्लिम लीग दोबारा सत्ता में आती है तो नवाज़ होंगे पाक के अगले PM: प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ

अगर मुस्लिम लीग दोबारा सत्ता में आती है तो नवाज़ होंगे पाक के अगले PM: प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ

पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने दावा किया की नवाज शरीफ के कार्यकाल में पाकिस्तान की छवि मुस्लिम देशों और मित्र देशों के बीच काफी सुधरी थी. उन्होंने कहा कि मुस्लिम देश पाकिस्तान को महत्व देने लगे थे.

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नई दिल्ली: प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने घोषणा की कि अगले आम चुनाव में अगर पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) दोबारा सत्ता में आती है, तो नवाज शरीफ पाकिस्तान के प्रधानमंत्री बनेंगे.

पाकिस्तानी प्रधानमंत्री लाहौर में एक सार्वजनिक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे. 

उन्होंने कहा, “अगर नवाज शरीफ सत्ता में आए तो एक और कार्यकाल के लिए प्रधानमंत्री के रूप में पाकिस्तान के लोगों की सेवा करेंगे. वह पूरे पाकिस्तान को अपना परिवार मानते हैं और पहले भी उन्होंने प्रधानमंत्री के रूप में निस्वार्थ भाव से लोगों की सेवा की है.”

उन्होंने याद दिलाया कि एक वक्त ऐसा था कि पाकिस्तान हर दिन 20 घंटे की लोड-शेडिंग से परेशान रहा था और फिर नवाज शरीफ 2013 में सत्ता में आए और बिजली परियोजनाओं की स्थापना, उद्योग और कृषि को पुनर्जीवित करने और यूएसडी लाकर बिजली की कमी को दूर किया. 

उन्होंने कहा कि नवाज शरीफ ने डायमर-भाषा और दासू बांध परियोजना शुरू की और भारत के पांच परमाणु विस्फोटों के जवाब में छह परमाणु परीक्षण करके पाकिस्तान को एक परमाणु संपन्न बनाया.

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उन्होंने याद दिलाया कि नवाज शरीफ ने तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति बिल क्लिंटन की 5 अरब अमेरिकी डॉलर की पेशकश को अस्वीकार कर दिया था और अमेरिकी दबाव को नजरअंदाज करते हुए परमाणु परीक्षण जारी रखा था.

उन्होंने दावा किया, नवाज शरीफ ने आतंकवाद को खत्म करने के लिए पाकिस्तानी सेना के नेतृत्व में जर्ब-ए-अजब ऑपरेशन भी शुरू किया था.

पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने आगे कहा, “नवाज शरीफ के कार्यकाल में पाकिस्तान के चीन, सऊदी अरब, ईरान, तुर्की और कतर जैसे देशों के साथ काफी अच्छे संबंध हो गए और इन देशों ने पाकिस्तान को महत्व देना शुरू किया.”

उन्होंने कहा, “फिर 2018 में चुनावों में धांधली के बाद इमरान खान के पास देश की सत्ता चली गई और उनके शासन ने इस्लामिक देशों सहित कई महत्वपूर्ण देशों के साथ संबंधों को गंभीर नुकसान पहुंचाया. उन्होंने चीन की कंपनियों के खिलाफ भ्रष्टाचार के निराधार आरोप लगाए, जिससे पाकिस्तान को नुकसान पहुंचा.”

उन्होंने बताया कि पूर्व सरकार ने चीन के साथ संबंध इस तथ्य के बावजूद तोड़ दिए थे कि पड़ोसी देश ने बुनियादी ढांचे, बिजली और सड़क परियोजनाओं में बड़े पैमाने पर निवेश किया था.

‘इमरान की सरकार, भ्रष्टाचार की सरकार’

पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने कहा कि पूर्व प्रधान मंत्री इमरान खान के कार्यकाल के दौरान गेहूं और चीनी घोटाले सहित भ्रष्टाचार के कई मामले सामने आए. सरकार ने इन वस्तुओं के अनावश्यक निर्यात और आयात के माध्यम से खुब पैसा कमाया और इस दौरान काफी भ्रष्टाचार और धोखाधड़ी के मामले भी सामने आए.

उन्होंने कहा, “सरकार के इन कृत्यों की कभी जांच नहीं की गई और इसका खामियाजा पाकिस्तान के आम लोगों को भुगतना पड़ा.” 

उन्होंने दावा किया की पूर्व सरकार की गलत नीतियों की वजह से उनकी सरकार को मुद्रास्फीति और विनाशकारी बाढ़ की जैसी चुनौतियों का सामना करना पड़ा.

शहबाज ने कहा, “अभी मुद्रास्फीति का कारण यूक्रेन में युद्ध और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कमोडिटी और ईंधन की बढ़ती कीमतें हैं. पिछली सरकार के कुप्रबंधन के कारण उनकी सरकार को कठिन परिस्थितियों के बावजूद आईएमएफ के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर करना पड़ा.”

पीएम ने बताया कि 9 अगस्त को नेशनल असेंबली भंग कर दी जाएगी और कार्यवाहक सरकार बनाई जाएगी.

इससे पहले पाकिस्तान के कानून मंत्री आजम नजीर तरार ने दावा किया था कि 2023 में होने वाली डिजिटल जनगणना के आधार पर आम चुनाव 2024 के जनवरी या फरवरी से पहले संभव नहीं है.

प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की अध्यक्षता में काउंसिल ऑफ कॉमन इंटरेस्ट (सीसीआई) की एक बैठक में “सर्वसम्मति” से नए जनगणना को लेकर मंजूरी दे दी गई.


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