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Friday, 29 March, 2024
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दादरा एवं नगर हवेली सहित तीन लोकसभा सीटों और 13 राज्यों की 29 विधानसभा सीटों पर मतदान जारी

लोकसभा की तीन सीटों पर सदस्यों के निधन के चलते उपचुनाव हो रहे हैं. वहीं, कुछ विधानसभा सीटों पर विधायक के निधन के कारण जबकि कई सीटों पर विजयी उम्मीदवार के दल बदलने के लिए इस्तीफा देने के कारण सीट खाली हुई हैं.

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नई दिल्ली: देश में दादरा व नगर हवेली सहित लोकसभा की तीन और 13 राज्यों में फैली विधानसभा की 29 सीटों पर होने वाले उपचुनाव के लिए मतदान शुरू हो चुका है. मतदान प्रक्रिया के दौरान पर्याप्त सुरक्षा इंतजाम के साथ ही कोविड बचाव उपाय भी सुनिश्चित किए गए हैं. अधिकतर सीटों पर मुख्य मुकाबला भाजपा और कांग्रेस के बीच होगा.

दादरा व नगर हवेली, हिमाचल प्रदेश के मंडी और मध्य प्रदेश के खंडवा में लोकसभा सीटों पर उपचुनाव हो रहे हैं. वहीं, जिन 29 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के लिए वोटिंग चल रही है, उनमें असम में पांच, पश्चिम बंगाल में चार, मध्य प्रदेश, हिमाचल प्रदेश तथा मेघालय में तीन-तीन, बिहार, राजस्थान और कर्नाटक में दो-दो जबकि आंध्र प्रदेश, हरियाणा, महाराष्ट्र, मिजोरम तथा तेलंगाना की एक-एक सीट शामिल है. मतगणना दो नवंबर को होगी.

नगालैंड की शमातोर-चेसोर विधानसभा सीट पर भी उपचुनाव की घोषणा की गई थी. हालांकि, क्षेत्रीय दल नेशनलिस्ट डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी (एनडीपीपी) के उम्मीदवार को 13 अक्टूबर को निर्विरोध विजयी घोषित किया गया.

लोकसभा की तीन सीटों पर सदस्यों के निधन के चलते उपचुनाव हो रहे हैं. वहीं, कुछ विधानसभा सीटों पर विधायक के निधन के कारण जबकि कई सीटों पर विजयी उम्मीदवार के दल बदलने के लिए इस्तीफा देने के कारण सीट खाली हुई हैं.


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गहलोत ने की कांग्रेस उम्मीदवारों को विजयी बनाने की अपील 

राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने वल्लभनगर (उदयपुर) और धरियावद (प्रतापगढ) सीट पर उपचुनाव के लिये मतदाताओं से क्षेत्र के विकास के लिये कांग्रेस उम्मीदवारों को भारी मतों से विजयी बनाने की अपील की है.

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गहलोत ने ट्वीट किया, ‘मेरा विनम्र निवेदन है कि वल्लभनगर से प्रीति शक्तावत एवं धरियावाद से नगराज मीणा को अपना आशीर्वाद, मत तथा समर्थन देकर भारी मतों से विजयी बनाएं एवं क्षेत्र के विकास हेतु कड़ी से कड़ी जोड़ने में भागीदारी निभाएं.’

धरियावाद में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायक गौतम लाल मीणा और वल्लभनगर में कांग्रेस विधायक गजेन्द्र सिंह शक्तावत के निधन के कारण उपचनुाव हो रहे हैं. इन दोनों नेताओं का कोविड-19 से निधन हो गया था.

दोनों विधानसभा क्षेत्रों में कुल पांच लाख 11455 मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल कर सकेंगे. वल्लभनगर में दो लाख 53831 व धरियावद में दो लाख 57624 मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल करेंगे. वल्लभनगर में 310 और धरियावद में 328 मतदान केंद्र स्थापित किए गए हैं. दोनों निर्वाचन क्षेत्रों में संवेदनशील मतदान केन्द्रों की संख्या 119 है, इनमें से 64 संवेदनशील मतदान केंद्रों पर वेब कैमरों के जरिए नजर रखी जाएगी.

प. बंगाल की दो सीटों पर भाजपा के लिये प्रतिष्ठा की लड़ाई

पश्चिम बंगाल की चार विधानसभा सीटों पर शनिवार को होने वाले उपचुनावों में सबकी निगाहें दिनहाटा सीट पर होंगी क्योंकि तृणमूल कांग्रेस के दिग्गज नेता उदयन गुहा इस सीट पर फिर से जीत हासिल करने की कोशिश कर रहे हैं, जो अप्रैल में हुए चुनाव में भाजपा ने उनसे छीन ली थी.

दो बार विधायक रह चुके गुहा ने 2011 में फॉरवर्ड ब्लॉक और 2016 में टीएमसी के टिकट पर इस सीट से जीत हासिल की थी. इस बार उनका मुकाबला भाजपा के उम्मीदवार अशोक मंडल से है, जिन्होंने 2006 में टीएमसी उम्मीदवार के तौर पर उन्हें हराया था.

अप्रैल में हुए विधानसभा चुनाव में दिनहाटा से जीत हासिल करने वाले और अब केंद्रीय गृह राज्य मंत्री निशिथ प्रमाणिक ने अपनी लोकसभा सदस्यता बरकरार रखते हुए विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था, जिसके चलते इस सीट पर दोबारा चुनाव हो रहा है. प्रमाणिक ने विधानसभा चुनाव में गुहा को 57 मतों को मामूली अंतर से हराया था.

इनके अलावा जिन तीन सीटों पर 30 अक्टूबर को उपचुनाव हो रहे हैं, उनमें नदिया जिले की शांतिपुर, उत्तर 24 परगना की खरदा और दक्षिण 24 परगना की गोसाबा सीट शामिल है.

शांतिपुर में भी, भाजपा सांसद जगन्नाथ सरकार के विधानसभा से इस्तीफा देने के बाद उपचुनाव की जरूरत पड़ी. भाजपा ने इस सीट पर बृजकिशोर गोस्वामी को उम्मीदवार बनाया है. गोस्वामी का मुकाबला टीएमसी के उम्मीदवार निरंजन बिस्वास से है.

दिनहाटा और शांतिपुर उपचुनाव भगवा पार्टी के लिए प्रतिष्ठा की लड़ाई है, जो वर्तमान में विधायकों और वरिष्ठ नेताओं के पार्टी बदलने की समस्या से जूझ रही है.

दो अन्य सीटों पर विजयी उम्मीदवारों के निधन के चलते उपचुनाव हो रहा है.

राज्य के मंत्री शोभनदेव चट्टोपाध्याय खरदा सीट से टीएमसी उम्मीदवार हैं, जहां टीएमसी उम्मीदवार काजल सिन्हा की मतदान के कुछ ही दिनों बाद कोविड ​​​​-19 के कारण मृत्यु हो गई थी.

चट्टोपाध्याय विधानसभा चुनाव में भवानीपुर सीट से जीते थे, लेकिन मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की नंदीग्राम से हार के बाद उन्होंने यह सीट बनर्जी के लिये खाली कर दी थी. उपचुनाव में उनका मुकाबला भाजपा उम्मीदवार जॉय साहा से है.

गोसाबा सीट से टीएमसी के टिकट पर जीत हासिल करने वाले जयंत नासकर की भी कोविड-19 के कारण मौत हो गई थी. टीएमसी ने उपचुनाव में सुब्रत मंडल को उम्मीदवार बनाया है, जिनका मुकाबला भाजपा के पलाश राहा से है.

टीएमसी के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी के अलावा, वरिष्ठ सांसद सौगत राय और परिवहन मंत्री फरहाद हकीम ने अपनी पार्टी के उम्मीदवारों के लिए प्रचार किया.

उन्होंने भगवा पार्टी के कथित सांप्रदायिक एजेंडे और ईंधन की कीमतों में लगातार वृद्धि की आलोचना करते हुए, पिछले एक दशक में टीएमसी सरकार की उपलब्धियों पर प्रकाश डाला.

इसी तरह, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार, विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी और राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दिलीप घोष सहित भाजपा नेताओं ने टीएमसी पर बांग्लादेश में हिंदुओं पर हमले को लेकर ‘चुप्पी’ साधने को लेकर निशाना साधा और वोट बैंक की राजनीति करने का आरोप लगाया.

हिमाचल प्रदेश में अगले साल के विधानसभा चुनाव की पूर्व परीक्षा है उपचुनाव

हिमाचल प्रदेश में मंडी लोकसभा और अर्की, फतेहपुर तथा जुब्बल-कोटखाई विधानसभा सीटों पर मतदान जारी है. इस उपचुनाव को राज्य में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव की पूर्व परीक्षा के तौर पर देखा जा रहा है.

कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के स्थानीय नेताओं के अनुसार, इन उप चुनाव के परिणाम अगले साल दिसंबर में होने वाले विधानसभा के परिणामों को प्रभावित कर सकते हैं. मंडी लोकसभा सीट में 17 विधानसभा क्षेत्र आते हैं.

भाजपा की प्रदेश इकाई के प्रवक्ता रणधीर शर्मा ने कहा कि इस उप चुनाव के परिणाम विधानसभा चुनाव के परिणामों को प्रभावित करेंगे.

शिलाई के विधायक हर्षवर्धन चौहान एवं राज्य में कांग्रेस के मीडिया प्रकोष्ठ के अध्यक्ष के भी यही विचार हैं.

दोनों नेताओं ने चारों सीट पर अपनी अपनी पार्टी की जीत दर्ज करने का दावा भी किया.

चुनाव आयोग के एक अधिकारी ने बातया कि मंडी लोकसभा सीट के लिए 2484 मतदान केन्द्र तथा 312 सहायक मतदान स्थापित किए गए हैं, जहां 12,99,756 पात्र मतदाता हैं. वहीं, फतेहपुर मे 87,222, अर्की में 92,609 और जुब्बल-कोटखाई विधानसभा क्षेत्र में 70,965 पात्र मतदाता हैं.

ऐसा दावा किया जाता है कि मंडी संसदीय सीट के जनजातीय जिले लाहौल-स्पीति में समुद्र तल से 15,256 फुट की ऊंचाई पर दुनिया का सबसे ऊंचा मतदान केन्द्र त्शिगांग में स्थित है.

इन चारों सीट पर उपचुनाव, मौजूदा सांसद और विधायकों के निधन के चलते कराए जा रहे हैं. इन सभी सीटों के लिए मतगणना दो नवंबर को की जाएगी.


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