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Thursday, 18 April, 2024
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शोध बता रहा है की बंद जगह में कोरोना फैलने की सम्भावना बाहर से चार गुना ज़्यादा है

ये स्टडी 4 जनवरी से 11 फरवरी के बीच, चीन के 320 शहरों में की गई, जिसमें पता लगा है कि संक्रमण के ज़्यादा मामले बंद जगहों में हुए थे.

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नई दिल्ली: कोविड-19 के फैलने के स्वाभाव को लेकर चल रही बहस के बीच, साल की शुरुआत में की गई एक स्टडी के आधार पर, चीनी शोधकर्ताओं ने दावा किया है कि संक्रमण के अधिकांश मामले चारदीवारी के भीतर ही फैलते हैं.

ये स्टडी जिसकी अभी समीक्षा होनी बाक़ी है, चीन के नांजियांग प्रांत की साउथ-ईस्ट यूनिवर्सिटी के 6 शोधकर्ताओं, यूनिवर्सिटी ऑफ़ हांगकांग, और यूनिवर्सिटी ऑफ बीजिंग द्वारा स्टडी की गई है. 4 जनवरी से 11 फरवरी के बीच, चीन के 320 शहरों से आंकड़े लेकर, उन्होंने पता लगाया कि संक्रमण के अधिकांश मामले बंद जगहों में हुए थे, हालांकि एक मिसाल ऐसी भी थी जिसमें बाहर रहते हुए ज़्यादा लोग संक्रमित हुए थे. स्टडी में ये भी कहा गया ‘अंदर एक जगह शेयर करने में सार्स- सीओवी-टू संक्रमण का बड़ा ख़तरा है’.

7 अप्रैल को जारी इस स्टडी से, कई देशों में लागू की जा रहीं लॉकडाउन की नीतियों, ख़ासकर पार्कों और बाज़ारों जैसी आम जगहों को बंद करने पर, सवाल उठाए जा सकते हैं.

विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के अनुसार, नॉवल कोरोनावायरस अलग-अलग आकार की बहुत ही छोटी बूंदों की शक्ल में फैलता है, और ये तब होता है, ‘जब कोई व्यक्ति किसी ऐसे व्यक्ति के सम्पर्क (1 मीटर तक) में आता है, जिसे सांस लेने में परेशानी हो’. अभी तक की स्टडीज़ से पता चला है कि ये संक्रमण फ़ोमाइट, यानी ऐसे किसी पदार्थ के ज़रिए फैल सकता है, जो संक्रमण को ले जा सकता हो.


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अध्ययन

शोधकर्ताओं ने 320 शहरों के स्थानीय म्यूनिसिपल हेल्थ कमीशन की वेबसाइट से, कोरोनावायरस के 7,324 पक्के मामले लिए. इनमें ह्यूबे प्रांत शामिल नहीं था, जहां संक्रमण शुरू हुआ था.

स्टडी में हॉन्ग कॉन्ग, मकाउ और ताइवान के आंकड़े तो रखे गए, लेकिन ‘मामलों की नाकाफी जानकारी’ के चलते, बीजिंग, शांघाई, और गुआंग्ज़ू के आंकड़े शामिल नहीं किए गए. शोधकर्ताओं ने जो जानकारी जुटाई उसमें उम्र, लिंग, संक्रमण की जगह, लक्षण, लक्षण दिखने की तारीख़, अस्पताल में भर्ती, और संक्रमित होने की पुष्टि और इतिहास शामिल थे.

इन आंकड़ों से शोधकर्ताओं ने उस चीज़ की पहचान कर ली, जिसे वो ‘आउटब्रेक’ यानी तीन या चार मामलों का एक क्लस्टर कहते हैं. इन आउटब्रेक्स को फिर 6 श्रेणियों में बांटा गया- घर, ट्रांसपोर्ट- जिसमें ट्रेन, निजी कार और बस शामिल हैं, खाने की जगहें, मनोरंजन की जगहें- जिनमें जिम और बारबर शॉप शामिल हैं, ख़रीदारी की जगहें, और होटल के कमरे और अस्पताल वग़ैरह दूसरी चीज़ें.


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नतीजे

शोधकर्ताओं ने 318 आउटब्रेक्स की पहचान कर ली है- 129 मामलों में केवल परिवार के सदस्य शामिल थे, 133 मामलों में परिवारों के परिजन थे, 29 में सामाजिक रूप से जुड़े लोग थे, 24 में ग़ैर-सामाजिक जुड़ाव के लोग थे, और केवल तीन मामलों का संबंध कई रिश्तों से था.

83 मामलों में, आउटब्रेक्स को पीछे जाकर कई संभावित जगहों से जोड़ लिया गया. इसलिए 318 मामलों में से 254 आउटब्रेक घर के अंदर (79.9 प्रतिशत), 108 ट्रांसपोर्ट में, 14 किसी खाने की जगह, 7 किसी मनोरंजन की जगह, 7 किसी ख़रीदारी की जगह, और 26 किन्हीं दूसरी अलग-अलग जगहों पर हुए थे.

स्टडी के मुताबिक़ तीन से पांच मामलों सहित घरों में ज्यादातर 254 आउटब्रेक थे, …दुकानों और खाने की जगहों पर बड़े आउटब्रेक्स का अनुपात अधिक था.

(इस ख़बर को अंग्रेजी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)

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