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Thursday, 25 April, 2024
होमएजुकेशनJNU, BHU और 30 अन्य यूनिवर्सिटी में CUET से होंगे PG एडमिशन, लेकिन DU जामिया इस साल इसे नहीं अपनाएंगे

JNU, BHU और 30 अन्य यूनिवर्सिटी में CUET से होंगे PG एडमिशन, लेकिन DU जामिया इस साल इसे नहीं अपनाएंगे

यूजीसी अध्यक्ष एम. जगदीश कुमार आने वाले महीनों में और यूनिवर्सिटी के इस सूची में शामिल होने की उम्मीद कर रहे हैं. पीजी कोर्सेस के लिए प्रवेश परीक्षा जुलाई के अंतिम सप्ताह में होनी है.

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नई दिल्ली: दिल्ली स्थित जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (जेएनयू) और उत्तर प्रदेश की बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी (बीएचयू) समेत कुल 32 उच्च शिक्षण संस्थानों ने कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट (सीयूईटी) के माध्यम से पीजी पाठ्यक्रमों में प्रवेश देने का फैसला किया है, दिप्रिंट को मिली जानकारी में यह बात सामने आई है.

दिल्ली यूनिवर्सिटी (डीयू), जामिया मिलिया इस्लामिया और अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी की तरफ से यद्यपि अपने स्नातक (यूजी) पाठ्यक्रमों में सीयूईटी के जरिये प्रवेश लिया जाएगा लेकिन इन संस्थानों ने पोस्ट-ग्रेजुएट (पीजी) पाठ्यक्रमों में इस साल प्रवेश परीक्षा के जरिये एडमिशन का विकल्प न अपनाने का फैसला किया है.

डीयू ने कहा कि उसने इस साल सीयूईटी पीजी को नहीं अपनाने का फैसला किया है क्योंकि यूजी प्रवेश के लिए परीक्षा अनिवार्य है, जबकि पीजी प्रवेश के लिए अभी तक ऐसा नहीं है.

विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) के अध्यक्ष एम. जगदीश कुमार के मुताबिक, पीजी में प्रवेश के लिए सीयूईटी का उपयोग करने वाली 32 यूनिवर्सिटी की सूची में हैदराबाद यूनिवर्सिटी, गुजरात, हरियाणा, दक्षिण बिहार, केरल, राजस्थान और हिमाचल प्रदेश की सेंट्रल यूनिवर्सिटी, मणिपुर यूनिवर्सिटी, सिक्किम यूनिवर्सिटी और तेजपुर यूनिवर्सिटी आदि शामिल हैं.

उन्होंने दिप्रिंट को बताया, ‘हम भविष्य में और यूनिवर्सिटी के इस सूची में शामिल होने की उम्मीद कर रहे हैं.’

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सीयूटीई की घोषणा इस साल मार्च में देशभर के केंद्रीय विश्वविद्यालयों में स्नातक कार्यक्रमों में प्रवेश के लिए सिंगल विंडो के तौर पर की गई थी. तबसे, कई अन्य गैर-केंद्रीय विश्वविद्यालयों ने भी इस परीक्षा को अपनाने का फैसला किया है.

उच्च शिक्षा पर देश की सर्वोच्च वैधानिक संस्था यूजीसी ने पिछले हफ्ते घोषणा की थी कि पीजी पाठ्यक्रमों में प्रवेश भी इस साल से सीयूईटी के माध्यम से किया जाएगा.

पीजी पाठ्यक्रमों के लिए प्रवेश परीक्षा जुलाई के अंतिम सप्ताह में होगी, और इसका आयोजन नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) ही करेगी जो सीयूईटी यूजी परीक्षा भी आयोजित कर रही है.

यूजी यानी स्नातक पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए सीयूईटी का उपयोग मार्च में शुरू हुआ था.


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सीयूईटी पर यूजी आवेदकों की ‘शानदार प्रतिक्रिया’

इस हफ्ते के शुरू में यूजीसी अध्यक्ष कुमार ने ट्वीट किया था कि 2 अप्रैल को टेस्ट के लिए रजिस्ट्रेशन विंडो खोले जाने के बाद से 23 मई तक रिकॉर्ड 11.51 लाख उम्मीदवारों ने सीयूईटी यूजी परीक्षा के लिए पंजीकरण कराया, और लगभग 9.13 लाख ने आवेदन शुल्क का भुगतान किया.

उन्होंने कहा कि ‘आवेदन करने वाले कई छात्र दूरवर्ती और ग्रामीण इलाकों के हैं.’

उन्होंने यह भी कहा कि छात्र अब अपनी स्कूल बोर्ड परीक्षा में ‘99 से 100% जैसे उच्च अंक हासिल करने के बोझ’ के बिना सर्वश्रेष्ठ यूनिवर्सिटी में प्रवेश ले सकेंगे.

उन्होंने ट्वीट किया, ‘अभी तक जो छात्र बोर्ड में हाई स्कोर हासिल नहीं कर पाते थे, उनके लिए टॉप यूनिवर्सिटी में प्रवेश लेना संभव नहीं होता था. लेकिन अब उनके लिए यह विकल्प खुला रहेगा.’

उन्होंने आगे लिखा, ‘बड़ी संख्या में यूनिवर्सिटी की भागीदारी भी बहुत उत्साहजनक है. आने वाले सालों में और यूनिवर्सिटी की तरफ से सीयूईटी अपनाए जाने की उम्मीद है. इस संभावना के साथ कि सीयूईटी का आयोजन साल में दो बार किया जाएगा, छात्रों को सीयूईटी की योजना बनाने और उसमें सफलता हासिल करने के प्रयास में मदद मिलेगी.’

यूजीसी चेयरमैन ने पिछले महीने एक इंटरव्यू में दिप्रिंट को बताया था कि यूजी पाठ्यक्रमों के लिए प्रवेश परीक्षा के संबंध में शैक्षणिक संस्थानों की तरफ से मिली ‘अच्छी प्रतिक्रिया’ के बाद यूजीसी केंद्रीय विश्वविद्यालयों में पीजी पाठ्यक्रमों के लिए सीयूईटी के विस्तार पर काम कर रहा है.

(इस लेख को अंग्रेजी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)


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