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Friday, 19 April, 2024
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मिस इंडिया बनने की ज़िद में रूठ कर बैठ जाती थी हरियाणा की ये छोरी

गोवा में 30 मार्च को मिस इंडिया खिताब जीतने वाली हरियाणा के रेवाड़ी जिले की 20 साल की अंजलि शर्मा न सुन सकती हैं और न ही बोल सकती हैं.

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नई दिल्लीः हरियाणा के रेवाड़ी जिले की 20 साल की अंजलि शर्मा ने गोवा में 30 मार्च को हुए मिस इंडिया कम्पीटिशन खिताब जीता है. इस खिताब की खास बात यह है कि इसे जीतने वाली लड़की न तो सुन सकती है और न ही बोल सकती है. लेकिन अपनी शारीरिक क्षमता को मात देते हुए अंजलि ने यह मुकाम हासिल किया है. जब वो यह खिताब जीतकर आई तो रेवाड़ी में उनके लिए बैंड बजवाया गया. गले में गेंदे के फूल की मालाएं पहने अंजलि बड़ी ताइयों का आशीर्वाद लेने के लिए झुक रही थीं. बूढ़ी माएं सिर पुचकार रही थीं. तस्वीरें इतनी प्यारी कि दिल खुश हो जाए.

अंजलि के पिता आनंद कुमार इस खुशी में कुछ देर ही शामिल हो सके. बाद में उन्हें ड्यूटी पर जाना पड़ा. दरअसल वो पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह की सिक्योरिटी में तैनात हैं. वह पंजाब कमांडो पुलिस में इंस्पेक्टर हैं. चुनाव के मद्देनजर उन्हें जल्दी ड्यूटी पर जाना पड़ा.


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दिप्रिंट से बात करते हुए आनंद ने बताया, ‘हमें उसकी इस प्रतिभा का पता नहीं था. हम रेवाड़ी के गढ़ी-खुड़ाणा से हैं. काफी समय पहले ही यहां आकर बसे थे. अंजलि ने 8वीं तक रेवाड़ी में ही पढ़ाई की. उसके बाद मैट्रिक गुड़गांव के सरकारी स्कूल से किया. मेरी एक बेटी वैशाली भी है. वो अभी मैथ्स से एमएससी कर रही है.’

anjali sharma
मिस इंडिया बनीं अंजलि शर्मा

अंजलि की बहन वैशाली ने दिप्रिंट को बताया कि बचपन से ही उसका ध्यान सजने-धजने व फैशन में ज्यादा लगता था. अंजलि इंस्टाग्राम पर भी हैं. इनके सात हजार से भी ज्यादा फालोवर्स हैं. बाइक चलाना भी जानती हैं. योगा भी करती हैं. 2017 में डीफ कटेगरी में अंजलि मिस हरियाणा भी रह चुकी हैं.

गुड़गांव से मैट्रिक करने के बाद अंजलि का एडमिशन नोएडा के नेशनल डीफ सोसायटी में कराया गया. यहां उसने कई तरह की साइन लैंग्वेज सीखी. कई अन्य कोर्स भी किए. अभी दो महीने पहले भी दिल्ली के ग्रीन पार्क में अंजलि कोई साइन लैंग्वेज सीख रही थीं.

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इस वक्त उनके घर मीडिया वालों और रिश्तेदारों का तांता लगा हुआ है. अंजलि से पत्रकार सवाल पूछ रहे हैं तो वह मुक्काबाज की हीरोइन की तरह मुस्कराती हैं और मां या बहन के सवाल समझाने पर जवाब भी देती हैं.

वहीं, प्रशासन ने अंजलि की इस उपलब्धि पर उन्हें दिव्यांग मतदाताओं को जागरूक करने और बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ का ब्रैंड अंबेसडर बनाया है. साथ ही अंजलि के घरवालों के आग्रह पर रेवाड़ी में मूक-बधिर बच्चों के लिए 8वीं के स्कूल को 12वीं तक करने का आश्वासन देते हुए कहा है कि हम पूरा प्रयास करेंगे. अंजलि को जिला प्रशासन ने 51 हजार की धनराशि भी इनाम के तौर पर दी है. आगे अब अंजलि को मिस वर्ल्ड के लिए भी भेजा जाएगा, जिसका आने-जाने का खर्च खुद ऑर्गेनाइजर्स ही देंगे.

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अंजलि की बचपन की तस्वीरें

अंजलि के पिता ने दिप्रिंट को बताया कि पिछले साल वह जयपुर में हुए मिस इंडिया में हिस्सा लेना चाहती थी. लेकिन उसके लिए 70 हजार की फीस भी भरनी थी. हारने पर इसका कोई हिस्सा वापस नहीं मिलता. इसलिए पिछले साल वहां जाकर ऑब्जर्व किया और इस साल गुड़गांव के अमनदीप शर्मा और उनकी पत्नी की मदद से वो गोवा में हो रही इस प्रतियोगिता में हिस्सा लेने चली गई.


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वह पहले की बातों को याद करते हुए कहते हैं, ‘अंजलि की जिद ने ही उसे इस मुकाम तक पहुंचाया है. हम मां बाप तो मैट्रिक पास हैं. जब इसे बाहर नहीं जाने देते थे तो ये रूठ कर बैठ जाती थी. बाहर निकली. गुड़गांव गई तो इन सबके बारे में जाना. दोस्त बनाए और एक्सपोजर हुआ.’

गौरतलब है कि हरियाणा की मानुषी छिल्लर भी मिस इंडिया और फिर मिस वर्ल्ड बनी थीं. हरियाणा से और भी लड़कियां इस तरह की प्रतियोगिताओं में जीतती रही हैं. वैसे जब हरियाणा का नाम आता है तो सबको पहला खयाल दंगल फिल्म में कुश्ती लड़ रही लड़कियों का आता है. या फिर तनु वेड्स मनु की हीरोइन का खयाल आता है जो हाथ में हॉकी स्टिक लिए नायक को कहती है कि फोन नंबर मैं दयूं कोन्या.

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