दोनों नेताओं की यह तीसरी मुलाकात है. इससे पहले पिछले साल जून में सिंगापुर में ऐतिहासिक बैठक में दोनों आमने-सामने आए और फिर इसके बाद इस फरवरी में वियतनाम के हनोई में दोनों ने मुलाकात की.
विदेश सचिव विजय गोखले ने मीडिया ब्रीफिंग में कहा कि दोनों नेताओं ने इस बात पर सहमति जताई कि वे और उनके अधिकारी निरंतर संपर्क में रहेंगे, ताकि क्षेत्र स्थिर रहे.
इससे पहले अमेरिका ने भारत को एस-400 मिसाइल प्रणाली के विकल्पों की तलाश के सुझाव दिए थे. दोनों देशों ने व्यापार, ईरान के साथ तनाव और 5जी प्रौद्योगिकी सहित कई मुद्दों पर बातचीत की.
अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा- यह एक आर्थिक आपदा है, जिसका समाधान या तो वह अभी कर सकते हैं, या फिर आज से 10 साल बाद करेंगे. और मेरे पास पूरा समय है. इस बीच उन्हें कड़े प्रतिबंध झेलने पड़ेंगे.
ओसाका की अपनी यात्रा से पहले एक बयान में मोदी ने कहा कि वह अन्य वैश्विक नेताओं के साथ दुनिया के सामने मौजूद प्रमुख चुनौतियों और अवसरों पर चर्चा करने के लिए तत्पर हैं.
अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो की मंगलवार से आरंभ तीन दिनों की भारत यात्रा के दौरान दोनों देशों को अपने संबंधों की अड़चनों को दूर करने का मौका मिल सकेगा.
जल अब तेल की तरह सामरिक संसाधन बनता जा रहा है. लेकिन जल-कूटनीति, चीन और पाकिस्तान द्वारा भारत के विरुद्ध इस्तेमाल किए जाने के बावजूद भारतीय विदेश नीति का प्रमुख औजार नहीं बन पाया है.
ईरान ने कहा है कि अमेरिकी ड्रोन को मार गिराना उसके लिए एक साफ संदेश है. हमारी सीमाएं हमारी रेड लाइन हैं और हम किसी भी आक्रामकता के खिलाफ कड़ी प्रतिक्रिया देंगे.
एनडीसी पर सबसे पहले प्रतिबंध 1998 में बिल क्लिंटन द्वारा लगाए गए थे. और 9/11 के बाद पाकिस्तान के साथ आतंकवाद विरोधी सहयोग को सक्षम करने के लिए उन्हें हटा दिया गया था.