एक तरफ जहां भारत में अंतरराष्ट्रीय यूनिवर्सिटियों की एंट्री और विदेशों में IITs का विस्तार हो रहा है, वहीं कई सरकारी संस्थान NEP 2020 की बुनियादी सिफारिशें लागू करने में भी जूझ रहे हैं.
अकबर ने जो बातें दूसरों को सीखने के लिए कहीं, उन्हें खुद भी अपनी ज़िंदगी में अपनाया. हिंदू धर्म और इस्लाम के अलावा दूसरे धर्मों के प्रति उसका जो सम्मान था, वो सिर्फ उसकी राजनीति में नहीं, बल्कि उसकी अपनी आस्था और निजी व्यवहार में भी साफ दिखाई देता था.
लाल बहादुर शास्त्री द्वारा बनाई गई संथानम कमेटी की सबसे बड़ी चिंता यह थी कि जो भ्रष्टाचार पहले सिर्फ निचले स्तर के अफसरों तक सीमित था, वह अब ऑल इंडिया सर्विसेज़ और राजनीतिक नेतृत्व तक पहुंच चुका है.
राष्ट्रीय शिक्षा नीति ज़मीनी स्तर पर कैसे लागू हो रही है, इसे समझने के लिए दिप्रिंट ने दिल्ली के एक मॉडल प्राइवेट स्कूल और हरियाणा के दो सरकारी स्कूलों का दौरा किया.
नीति में सुझाई गई कई योजनाएं अब लागू हो चुकी हैं, लेकिन इनका अमल हर जगह एक जैसा नहीं है. विशेषज्ञों का कहना है कि बड़े पैमाने पर असर दिखने में अभी समय लगेगा.
दिल्ली जैसे शहरों में टू-स्ट्रोक बाइकों का दौर कब का ढल चुका है, लेकिन बेंगलुरु में ये आज भी एक खास दीवानगी को ज़िंदा रखे हुए हैं. "जिन्हें असली शौक होता है, वही इसमें उतरते हैं."
दिल्ली में नई बीजेपी सरकार खुद को डीटीसी का रक्षक बता रही है. चार महीने में 400 देवी बसें सड़कों पर उतारी गई हैं, डिपो को बेहतर किया गया है और नए रूट बनाए जा रहे हैं.
कोल्हापुरी चप्पलें लंबे समय से कम मांग और घटती कारीगर संख्या से जूझ रही हैं. अब सांस्कृतिक चोरी का एक मामला इस पारंपरिक शिल्प को दोबारा ज़िंदा करने का मौका दे रहा है.
इस हफ्ते, यूपी एसटीएफ ने गाज़ियाबाद में हर्षवर्धन जैन के किराए के बंगले पर छापा मारा, जिसे वह पिछले 8 सालों से 'सेबॉर्जिया, पॉल्बिया, लोडोनिया और वेस्टआर्कटिका' के दूतावास के रूप में दिखा रहा था.
मालवा इलाके के कई गांवों में दलित महिलाओं ने साझी ज़मीन पर खेती करने का हक़ हासिल किया है. अब वे एक नई बस्ती – बेगमपुरा – बनाने की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रही हैं और जानबूझकर गिरफ़्तारी दे रही हैं.