क्या राज्यों के चुनावों के नतीजे लोक सभा चुनावों को सीधा प्रभावित करेंगे. इन तीनों बड़े राज्यों में अगर भाजपा की हार होती है तो 2019 की राह पार्टी के लिए मुश्किल होगी.
राज्य और पार्टी का घाल-मेल कम्युनिस्ट तानाशाहियों की विशेषता रही है. पश्चिमी लोकतंत्र में कहीं ऐसा नहीं, पर भारत में वही कर डाला गया, जो संविधान को व्यवहार में तहस-नहस करके हुआ.