राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साक्षात्कार को 'पहले से तैयार' और एक 'लचीली पत्रकार' द्वारा लिया गया साक्षात्कार बताया, जेटली का तीखा जवाब.
राज्य में हर माह की एक तारीख को सरकारी दफ्तरों में सामूहिक वंदे मातरम होता रहा है, मगर कांग्रेस के सत्ता में आने के बाद पहली तारीख को वंदे मातरम नहीं हुआ.
यूपीए शासन में कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व की ही तरह आरएसएस भी शक्ति अपने पास रखना चाहता है, लेकिन किसी भी गड़बड़ी या उलटफेर की ज़िम्मेदारी नहीं लेना चाहता.
प्रधानमंत्री ने कहा, 'न्यायिक प्रक्रिया पूरी होने दीजिए. न्यायिक प्रक्रिया पूरी होने के बाद सरकार के रूप में जो भी हमारी जिम्मेदारी होगी, हम सारे प्रयास करने को तैयार हैं.'
अकबर ने जो बातें दूसरों को सीखने के लिए कहीं, उन्हें खुद भी अपनी ज़िंदगी में अपनाया. हिंदू धर्म और इस्लाम के अलावा दूसरे धर्मों के प्रति उसका जो सम्मान था, वो सिर्फ उसकी राजनीति में नहीं, बल्कि उसकी अपनी आस्था और निजी व्यवहार में भी साफ दिखाई देता था.