हरियाणा में करीब 19% प्रतिशत दलित हैं तो यूपी में करीब 22%. लेकिन बसपा हरियाणा में कभी भी मजबूत जनाधार नहीं बना पाई है. जबकि यूपी में बसपा बड़ी पार्टी है.
जितिन प्रसाद खुद मीडिया के सामने आए और बताया कि वह धौरहरा लोकसभा सीट छोड़कर कहीं नहीं जा रहे हैं. यह उनका सिर्फ चुनाव क्षेत्र ही नहीं, उनका परिवार भी है.
अगर समाजवादी पार्टी के नेताओं के बयानों को देखें तो हर साल- दो साल में कोई ना कोई नेता ये ज़रूर साबित कर देता है कि ये पार्टी महिलाओं को लेकर बिल्कुल संवेदनशील नहीं है.
कहा जा रहा है कि भाजपा में जाने की अफवाहें खुद कुलदीप बिश्वोई द्वारा फैलवाई गईं थीं. गौरतलब है कि कुलदीप अपने बड़े बेटे भव्य बिश्नोई को टिकट दिलाना चाहते हैं.
दुर्रानी को एनएसए बनाकर पाकिस्तान ने बड़ी छलांग लगाई थी, लेकिन हैरानी नहीं कि वे एक साल भी इस पद पर नहीं रह पाए. 26/11 कांड को पाकिस्तानी फौज/आईएसआई की धोखाधड़ी मानते हुए परेशान होकर उन्होंने किनारा कर लिया.