पूरे विश्व में अलग-थलग पड़ चुका हमारा पड़ोसी देश अगर ये समझता है कि जिस तरह के कृत्य वो कर रहा है, जिस तरह की साजिशें रच रहा है, उससे भारत में अस्थिरता पैदा करने में सफल हो जाएगा तो वो ख्वाब हमेशा-हमेशा के लिए छोड़ दे.
संसद में आज महालेखा परीक्षक की राफेल विमान खरीद की रिपोर्ट पेश की गई. रिपोर्ट में कहा गया कि लड़ाकू विमान की खरीद में एनडीए का सौदा यूपीए से सस्ता बताया है.
राज्य और पार्टी का घाल-मेल कम्युनिस्ट तानाशाहियों की विशेषता रही है. पश्चिमी लोकतंत्र में कहीं ऐसा नहीं, पर भारत में वही कर डाला गया, जो संविधान को व्यवहार में तहस-नहस करके हुआ.