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रविवार, 25 मई, 2025
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राजनीति

राहुल गांधी के इस्तीफा देने पर सचिन पायलट छोड़ सकते हैं कांग्रेस

अगर राहुल अपने इस्तीफे पर अड़े रहे तो इस स्थिति में सचिन पायलट राजस्थान के उप मुख्यमंत्री का पद छोड़ सकते हैं.

राहुल गांधी के समर्थन में आए रजनीकांत और स्टालिन

रजनीकांत ने कहा कि वर्ष 2019 के आम चुनाव में जीत सिर्फ मोदी की हुई है.

भाजपा अभी और तेज करेगी ममता बनर्जी के किले में सेंधमारी

टीएमसी से भाजपा में आ चुके मुकुल रॉय के बेटे शुभ्रांशु रॉय समेत 3 विधायक बीजेपी के सदस्य बने हैं. शामिल होने वालों में एक विधायक लेफ्ट पार्टी सीपीएम का है.

हरसिमरत ने कहा- गुरु नानक पैलेस ढहाने से सिख आहत, पीएम मोदी दें दखल

डॉन की रिपोर्ट के अनुसार इमारत को उपद्रवियों ने क्षतिग्रस्त कर दिया और इसके बाद उन्होंने इसकी कीमती खिड़कियां, दरवाजे और रोशनदान भी बेच दिए.

कमलनाथ का फार्मूला- एक मंत्री की पांच विधायकों पर नजर, फ्लोर टेस्ट के लिए तैयार सरकार

कांग्रेस सरकार की अस्थिरता को लेकर उठ रहे सवाल के बीच सीएम कमलनाथ ने दावा किया है कि उनकी सरकार को कोई खतरा नहीं है.

इस्तीफों के दौर के बीच राहुल से मिलने पहुंचे प्रियंका, सचिन और सुरजेवाला

कांग्रेस द्वारा अगले चार दिनों के भीतर एक और सीडब्ल्यूसी बैठक बुलाए जाने की उम्मीद है. वहीं लालू प्रसाद ने राहुल गांधी के इस्तीफे को आत्मघाती बताया है.

अल्पेश ठाकोर ने कहा, गुजरात के 15 कांग्रेस विधायक छोड़ सकते हैं साथ

अल्पेश ठाकोर ने यह भी कहा, यह हमारा फैसला है और मेरी अंतरात्मा की आवाज थी कि हम यहां नहीं रहना चाहते हैं. हम सरकार की मदद से अपने लोगों और गरीबों के लिए काम करना चाहते हैं.

चुनावों में करारी हार पर राजद में असंतोष, तेजस्वी के नेतृत्व पर सवाल

लोकसभा चुनावों में राजद ने अब तक का सबसे खराब प्रदर्शन किया है. पार्टी ने बिहार की 19 सीटों पर उम्मीदवार उतारे थे जिनमें से एक को भी जीत नसीब नहीं हुई.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण में शामिल होंगे बिम्सटेक के नेता

पीएम मोदी ने 2014 में अपने पहले कार्यकाल के लिए शपथ लेने के दौरान सार्क देशों के नेताओं को आमंत्रित किया था.

रामदेव के बयान के जरिए ओवैसी ने मोदी पर कसा तंज

ओवैसी ने ट्विटर पर सवाल किया, 'लोगों को असंवैधानिक चीजें कहने से रोकने के लिए कोई कानून नहीं है, लेकिन रामदेव के विचारों पर अनावश्यक ध्यान क्यों दिया जा रहा है?'

मत-विमत

‘N-वर्ड’ एक नया दौर है — भारत की सॉफ्ट पावर अब उसकी हार्ड रियलिटी है

भारत आज दुनिया में जिस बेहतर हैसियत में है वैसी स्थिति में वह शीतयुद्ध के बाद के दौर में कभी नहीं रहा. हमें तय करना पड़ेगा कि विश्व जनमत को हम महत्वपूर्ण मानते हैं या नहीं. अगर मानते हैं तो हमें उनकी मीडिया, थिंक टैंक, सिविल सोसाइटी के साथ संवाद बनाना चाहिए.

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मुख्यमंत्रियों की बैठक में योगी ने पेश की ‘प्रोजेक्ट अलंकार’ की उपलब्धियां

नयी दिल्ली/लखनऊ, 25 मई (भाषा) उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को नयी दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में...

लास्ट लाफ

सुप्रीम कोर्ट का सही फैसला और बिलकिस बानो की जीत

दिप्रिंट के संपादकों द्वारा चुने गए दिन के सर्वश्रेष्ठ कार्टून.