मध्यप्रदेश की तीन राज्यसभा सीटों के लिए 26 मार्च को होने वाले चुनाव के मद्देनजर सूबे में अचानक यह उठापटक शुरू हो गई है. वैसे तो इस मामले में उठापटक पहले से ही चल रही थी लेकिन मंगलवार की देर रात इसने जोड़ पकड़ लिया.
मध्य प्रदेश की राजनीतिक के गलियारों में इन दिनों भाजपा के ऑपरेशन लोटस की चर्चा जोरों पर है. विरोधियों का कहना है कि यह ऑपरेशन मध्य प्रदेश में सफल नहीं हो पाएगा.
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने इस घटना पर दुख व्यक्त करते हुए कहा, 'हम सभी का प्रयास होना चाहिए कि सदन की मर्यादा को बनाकर रखा जाए. जो कुछ भी आज सदन में हुआ उससे मैं व्यक्तिगत रूप से काफी दुखी हूं. मैं ऐसी स्थिति में सदन संचालित नहीं करना चाहता.'
पटना के गांधी मैदान में कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित करते हुए नीतीश कुमार ने हम बिहार में एनडीए के साथ मिलकर विधानसभा चुनाव लड़ेंगे और राज्य में 200 से ज्यादा सीटें जीतेंगे.
शिवसेना ने कहा, ‘अगर इस समय कांग्रेस या कोई अन्य पार्टी केंद्र में सत्ता में होती और भाजपा विपक्ष में होती तो पार्टी गृह मंत्री का इस्तीफा मांगती और अपनी मांग को लेकर मोर्चा निकालती.’
एडीआर ने एक बयान में कहा, ‘भाजपा ने 4483 चंदों से 742.15 करोड़ रूपये मिलने की घोषणा की जबकि भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने 605 चंदों से 148.58 करोड़ रूपये मिलने की घोषणा की.’