जानकारी मिली है कि शिवराज, राजे, रमन सिंह रेस से बाहर हो सकते हैं. केंद्रीय मंत्री अर्जुन मेघवाल और गजेंद्र शेखावत, सांसद दीया कुमारी, राज्यवर्धन राठौड़, सीपी जोशी दौड़ में शामिल बताए जा रहे हैं.
धर्मपुरी से सांसद की टिप्पणी पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के साथ-साथ द्रमुक की सहयोगी कांग्रेस ने भी तुरंत निंदा की. कांग्रेस के नेताओं ने सांसद से माफी मांगने के लिए कहा.
जेजेपी ने राजस्थान विधानसभा चुनाव इस दावे के साथ लड़ा था कि वह 'विधानसभा की चाबी (जेजेपी का चुनाव चिन्ह भी) अपने हाथ में' लेकर हरियाणा में किंगमेकर बनकर उभरेगी.
सूत्रों ने बताया कि अब कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के आवास पर इस गठबंधन की ‘अनौपचारिक समन्वय बैठक’ होगी, जिसमें इस गठबंधन में शामिल पार्टियों के संसदीय दल के नेता शामिल होंगे.
राजेंद्र चौधरी ने कहा, ‘‘राष्ट्रीय अध्यक्ष का कल इंडिया गठबंधन की बैठक में शामिल होने का कोई कार्यक्रम नहीं है. पार्टी के प्रमुख महासचिव प्रोफेसर राम गोपाल यादव या राष्ट्रीय अध्यक्ष द्वारा अधिकृत कोई अन्य नेता बैठक में शामिल होंगे.’’
वरिष्ठ आदिवासी नेताओं को मैदान में उतारना, ओबीसी सीएम और आदिवासी बनाम गैर-आदिवासी विभाजन की गलतियों का फायदा उठाना, धार्मिक ध्रुवीकरण और कल्याण को आगे बढ़ाना, ये सभी भाजपा की सफल रणनीति के घटक थे.
आज कांग्रेस के पास कोई स्वाभाविक सहयोगी नहीं है, केवल दुश्मन हैं. लेकिन विपक्षी नेताओं के इंडिया एलायंस के तहत फिर से एकजुट होने के बाद भी, यह 2024 में बीजेपी को चुनौती देने के लिए पर्याप्त नहीं होगा.