ट्विंकल खन्ना और अक्षय कुमार जिस तरह से अपनी राजनैतिक ब्रांडिंग का लाभ उठाते हैं , उसके मद्देनज़र उन्हें बॉलीवुड के किम कार्दशियन और कान्ये वेस्ट कहना गलत नहीं होगा.
तलाक-ए-हसन को अक्सर “बेहतर” तरीका कहा जाता है क्योंकि यह प्रक्रिया तीन महीने तक चलती है, लेकिन यह न्यायसंगत नहीं है. भारत में यह अभी भी एकतरफा और न्यायिक व्यवस्था से बाहर चलने वाली प्रक्रिया है.