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गुरूवार, 3 जुलाई, 2025
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मत-विमत

मोदी बिना महागठबंधन ‘महा’ नहीं

आसान बहुमत हासिल करने के लिए प्रमुख दल की मजबूती की अहम भूमिका होती है जिसकी संभावना भी इस गठबंधन में नहीं है

लिबरल पीठ के शंकराचार्य जो अनजाने में करते हैं मोदी का सबसे ज़्यादा सहयोग

लिबरल आगे बढ़ सकते हैं और मोदी से घृणा कर सकते हैं। यह सिर्फ उनके आधार को मजबूत करेगा और उत्पीड़न की मिथक की तसदीक़ करेगा।

मोदी की हिंदुत्व राजनीति से उबरने में जम्मू-कश्मीर को लगेंगे बरसों

कश्मीर घाटी उबाल पर है और जम्मू के साथ इसका धार्मिक विभाजन पूरा हो गया है।

अच्छा होता यदि कुलदीप नैयर की बजाय अरुण शौरी से मिल लेते अमित शाह

जब कोई राजनीतिक संगठन बहुत बड़ा बन जाए, तब उस की अपनी दुनिया, ढर्रा, जरूरतें, निहित स्वार्थ, जड़ता, विवशता, आदि हो जाती है। इसलिए भी वह सुबुद्धि के सामने छोटा है।

मध्य प्रदेश में अर्जुन सिंह परिवार की कलह, तेजी से कांग्रेस-भाजपा युद्ध में बदल रही है

स्व. अर्जुन सिंह की पत्नी ने अपने बेटे अजय सिंह, जो कि एक कांग्रेस नेता हैं, पर दुर्व्यवहार का आरोप लगाते हुए अदालत का रुख किया है।

पाकिस्तान का सबसे पुराना अखबार डॉन, लड़ रहा है अपने वजूद की लड़ाई

पाकिस्तान में सेना का तख़्तापलट करने का इतिहास लम्बा है। सेंसरशिप और सेना के हस्तक्षेप के चलते पत्रकारों और न्यूज़ एजेंसियों पर हमले होना एक आम बात है।

सलमान खान ने एक बार जो कमिटमेंट कर दी तो फिर वह गूगल की भी नहीं सुनता

सलमान खान एक अभिनेता नहीं हैं। सलमान खान एक सितारा हैं। सलमान खान एक कमोडिटी हैं। सलमान खान हैं बींग ह्यूमन ।

कैसे मोदी की सबसे बड़ी प्रशंसकों में से एक, बनी उनकी ही आलोचक

रूपा सुब्रमण्या कहती हैं कि उनके जैसी स्वतंत्र आवाजें, जो पक्षपातपूर्ण पक्षों में जाने से इनकार करती हैं, गायब हो रही हैं।

कांग्रेस मुक्त भारत छोड़िये, क्या भाजपा बिना किसी सहयोगी के 2019 में चुनाव लड़ने की योजना बना रही है?

भाजपा महत्वाकांक्षी है और अपनी पार्टी का विस्तार करना चाहता है जबकि सहयोगियों को भाजपा पर संदेह है।

भाजपा-पीडीपी तलाक़ 2019 में दिला सकता है मोदी को वोट, पर कश्मीर-दिल्ली के बीच बढ़ सकते हैं फासले

भाजपा ने गठबंधन से किनारा कर लिया क्योंकि भाजपा द्वारा पीडीपी के साथ सत्ता में रहने के लिए इसे हर संभव तरीके से मनाने के कारण जम्मू के लोग आलोचनात्मक हो रहे थे।

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‘खलनायक इंदिरा’ बनाम ‘हीरो RSS’ की कहानी पूरी सच्चाई नहीं, संघ का बनाया गया मिथक है

आरएसएस इंदिरा गांधी की सरकार को किसी भी तरह गिराना चाहता था, लेकिन बाद में उसी “तानाशाह” इंदिरा गांधी से मेल-मुलाकात करने और तारीफें करने में उसे कोई नैतिक दुविधा नहीं हुई, जिन्होंने संघ के नेताओं को जेल में डाला था.

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एम्स ट्रॉमा सेंटर के निकट ट्रांसफार्मर में धमाका होने से लगी आग, कोई हताहत नहीं: अग्निशमन सेवा

नयी दिल्ली, तीन जुलाई (भाषा) अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के ट्रॉमा सेंटर के निकट बृहस्पतिवार दोपहर को एक ट्रांसफार्मर में धमाके के बाद...

लास्ट लाफ

सुप्रीम कोर्ट का सही फैसला और बिलकिस बानो की जीत

दिप्रिंट के संपादकों द्वारा चुने गए दिन के सर्वश्रेष्ठ कार्टून.