2014 के आम चुनाव से पहले ‘160 क्लब’ की चर्चा थी. विचार था कि अगर भाजपा की सीटें 160 के आसपास रहीं, तो पार्टी में मोदी के दुश्मन उन्हें पीएम बनने नहीं देंगे.
भारत के आधुनिक इतिहास के सबसे चमकदार व्यक्तियों में से एक जयपाल सिंह मुंडा को जिस फ्रेम में समझने की कोशिश होती है, वही गलत है. उन्हें समझने के लिए आदिवासियत को समझना होगा.
सबरीमाला में महिलाओं ने उन धर्मांध, पितृसत्तावादी संगठनों को उन्नीस साबित कर डाला है, जो सुप्रीमकोर्ट के आदेश के बावजूद उनके भगवान अयप्पा के मंदिर में प्रवेश की राह में आ रहे थे.
कमज़ोर शासन, भ्रष्टाचार और गरीबी भारत में आदिवासी जीवन की पहचान बने हुए हैं. इंडस्ट्रियल और माइनिंग प्रोजेक्ट्स शुरू होने से आदिवासियों के मुकाबले ठेकेदारों, नेताओं और अधिकारियों को ज़्यादा फायदा हुआ है.