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Tuesday, 2 December, 2025
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देश के मुसलमानों को ओवैसी की राजनीति क्यों नापसंद है?

ओवैसी की राजनीति के विफल होने का दूसरा कारण यह है कि ओवैसी के नाम से ही धर्मनिरपेक्ष मुसलमानों के साथ-साथ अन्य वर्ग का दूर रहना.

लुटियंस की दिल्ली ने क्यों नरेंद्र मोदी से मुंह फेर लिया है?

प्रधानमंत्री का कहना है कि उन्हें सबसे बड़ा अफसोस इस बात का है कि वे ‘लुटियंस की दिल्ली’ को अपने पक्ष में नहीं कर पाए.

जो पहले नहीं सोचते थे, वे अब सोच रहे हैं कि मोदी-शाह को हराया जा सकता है

18 दिसंबर 2017 तक, यह कहने वाले बहुत लोग नहीं रहे होंगे कि अगले 12 महीनों में भारतीय राजनीति अपनी एकध्रुवीयता गंवा देगी. लेकिन आज यही हो गया है.

भारत से नाराज़ होकर चीन के करीब जा रहा है नेपाल

नेपाली युवा वर्ग में भारत को लेकर ज़बर्दस्त नाराज़गी है. वे कहते हैं, ‘हम कट्टर हिन्दू हैं, पर भारत को पसंद नहीं करते. हमारा दोस्त चीन है.'

शेख हसीना की जीत एशियाई शक्ति बनने में भारत के लिए मददगार होगी

बांग्लादेश में एक मज़बूत राजनीतिक ताक़त की मौजूदगी भारत के लिए बढ़िया है, ख़ास कर जब उसकी कमान नई दिल्ली से सहयोग करने वाली एक व्यक्ति के हाथों में हो.

क्या नीतीश कुमार का इकबाल खत्म हो गया है!

बिहार के मुख्यमंत्री के भाषणों में ही नहीं, बिहार में भी ‘सुशासन’ गायब है. वहां मॉब लिंचिंग की घटनाएं बढ़ रही हैं. अब वे सुशासन का नाम लेने से बचते हैं.

मौजूदा सरकार नहीं बना पाएगी तीन तलाक का कानून

बीजेपी सहमति से ही तलाक का कानून पारित करा सकती थी, लेकिन अपने अहंकार से उसने ये रास्ता नहीं चुना. मुस्लिम महिलाओं के लिए न्याय का कानून नहीं बन पाएगा.

पुरुष भी हैं पितृसत्ता के शिकार, तेज प्रताप यादव से पूछकर देखिए

पितृसत्ता पुरुषों द्वारा महिलाओं के साथ किया जाने वाला व्यवहार भर नहीं है. पितृसत्ता वह व्यवहार है जो समाज हम सबके साथ करता है, पुरुष और महिला दोनों के साथ.

राफेल घोटाला मोदी का बोफोर्स नहीं है

फेल को लेकर विपक्ष के प्रचार में कई सीमाएं हैं- न कोई वीपी सिंह है, न कोई पुख्ता कहानी है, न सबूत, न ही कोई नारा.

झारखंड में महागठबंधन का केंद्र बनने की कोशिश न करे कांग्रेस

कोलेबिरा उपचुनाव में जीत का ज्यादा मतलब निकालना कांग्रेस को महंगा पड़ सकता है. झारखंड में आदिवासियों की प्रतिनिधि पार्टी झारखंड मुक्ति मोर्चा ही है.

मत-विमत

वॉशिंगटन शूटर की कहानी अमेरिकी बर्बरता की है, ‘थर्ड वर्ल्ड’ की पिछड़ेपन की नहीं

CIA-प्रशिक्षित ज़ीरो यूनिट का हिस्सा रहे रहमानुल्लाह लाकनवाल को 2021 में काबुल गिरने से पहले अमेरिका ले जाया गया था, लेकिन लंबा सफर भी उसके दिमाग से खून के धब्बे नहीं मिटा सका.

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झालावाड़-बारां सीट से पूर्व कांग्रेस उम्मीदवार जमीन के फर्जी दस्तावेज संबंधी आरोप में गिरफ्तार

कोटा, एक दिसंबर (भाषा) झालावाड़-बारां लोकसभा क्षेत्र से कांग्रेस के पूर्व उम्मीदवार प्रमोद शर्मा को उनके दो सहयोगियों के साथ झालावाड़ शहर में एक...

लास्ट लाफ

सुप्रीम कोर्ट का सही फैसला और बिलकिस बानो की जीत

दिप्रिंट के संपादकों द्वारा चुने गए दिन के सर्वश्रेष्ठ कार्टून.