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रविवार, 11 मई, 2025
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मत-विमत

सीबीआई भारत की प्रमुख जांच एजेंसी की जगह भस्मासुर बन गई है

सीबीआई में आलोक वर्मा और राकेश अस्थाना के बीच के विवाद ने इस संस्था की प्रतिष्ठा, विश्वसनीयता और छवि को गर्त में मिला दिया...

सुनो लड़कियों, तुम मंदिर क्यों जाना चाहती हो?

महिलाओं की मुक्ति की कहानी मंदिरों में नहीं, मार्केट, स्कूल-कॉलेजों और वर्क प्लेस में लिखी जा रही है और इसमें उनका सबसे बड़ा साथी भारत का संविधान है.

#मीटू के आलोचकों से बरखा दत्त का सवाल, तवलीन सिंह का जवाब

बरखा ने पूछा, मर्दों को जवाबदेह बनाने की जगह महिलाओं पर सवाल क्यों? तवलीन ने कहा, अधिकार पीड़ित बनकर नहीं, लड़कर मिलते हैं.

अगली औद्योगिक क्रांति में भारत दुनिया को ‘स्तब्ध’ कर देगा

मोदी के चौथी औद्योगिक क्रांति में भारत के योगदान संबंधी दावे को उनकी आदतन अतिशयोक्तियों में गिन सकते हैं. लेकिन इसकी संभावनाओं पर विचार किया जाना चाहिए.

भारतीयों और उनके भगवान के बीच पुजारी नहीं बन सकता है सुप्रीम कोर्ट

सबरीमाला एक सबक है कि एक शक्तिशाली संस्था जब आस्था से संबंधित मसलों की व्याख्या करते हुए क़ानून तथा संविधान के सिद्धांतों को आंख...

#मीटू के इस दौर में अंग्रेजों के जमाने वाले आपराधिक मानहानि कानून को भी ख़त्म किया जाय

आपराधिक मानहानि का सहारा लेकर पहले अंबानी और अडानी अपनी आलोचना करने वालों को चुप कराते थे. अब अकबर और आलोक नाथ इसका इस्तेमाल...

हरियाणा और पंजाब में बाबाओं का राज क्यों है?

अगर संदर्भ इतना मज़बूत नहीं होता तो हम इस सवाल को और अधिक कठिन पाते: हमारे देश के किस हिस्से में प्रति वर्ग किलोमीटर सबसे अधिक स्वयंभू बाबा हैं?

भूखे लोगों की करीब 23 प्रतिशत आबादी अकेले भारत में है

विश्व खाद्य दिवस: भारत में भूखे लोगों की तादाद लगभग 20 करोड़ से ज्यादा है. भारत की आबादी का लगभग पांचवां हिस्सा हर दिन भूखा सोने मजबूर है.

‘मौनमोहन’ पर तंज करने वाले मोदी खुद अकबर पर मौन हैं

जिन घटनाओं पर विवाद हुए और जनता में गुस्सा भड़का, मोदी ने उनपर चुप्पी साध ली, लेकिन वे उन मुद्दों पर ज़रूर बोलते हैं जो लोगों के दिमाग को उत्तेजित करें.

अर्थव्यवस्था में बदलाव से निकल सकता है पर्यावरण समस्या का हल

मंगल ग्रह पर जाने जैसे पलायनवादी उपायों से परे हमें यह समझना चाहिए कि पर्यावरण को लेकर हम ज़रूरी कदम क्यों नहीं उठा सके हैं.

मत-विमत

आसिम मुनीर के दिमाग में क्या चल रहा है?

कश्मीर में जो सामान्य स्थिति बहाल हुई है उसे, मुनीर के मुताबिक, उलटना जरूरी था. पहलगाम कांड की तैयारी उनके भाषण और इस हमले के बीच के एक सप्ताह में तो नहीं ही की गई, इसमें कई महीने नहीं तो कई सप्ताह जरूर लगे होंगे.

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राजनीति

देश

जम्मू में सीमा पर रातभर शांति रही, कहीं से भी ड्रोन गतिविधि की सूचना नहीं

जम्मू, 11 मई (भाषा) भारत और पाकिस्तान के बीच सभी प्रकार की गोलीबारी और सैन्य कार्रवाई रोकने पर सहमति बनने के बाद, जम्मू क्षेत्र...

लास्ट लाफ

सुप्रीम कोर्ट का सही फैसला और बिलकिस बानो की जीत

दिप्रिंट के संपादकों द्वारा चुने गए दिन के सर्वश्रेष्ठ कार्टून.