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रविवार, 11 मई, 2025
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मत-विमत

सवर्ण तुष्टीकरण में नरेंद्र मोदी से आगे निकलना चाहते हैं राहुल गांधी

महिला आरक्षण विधेयक को मौजूदा स्वरूप में पारित करने से ओबीसी और माइनॉरिटी के लोग नाराज हो सकते हैं. लेकिन ऊंचे वादे करने की होड़ में राहुल ये जोखिम उठा रहे हैं.

जाति प्रधान देश में बॉलीवुड जाति पर बात करने से शर्माता है

अमेरिका ने इस बात को समस्या के रूप में स्वीकार किया है कि वहां की फिल्मों में परदे पर और परदे के पीछे अश्वेत और हिस्पैनिक्स लोगों का प्रतिनिधित्व कम है. भारत में ये बहस अभी मुमकिन ही नहीं है.

गणेश की सूंड़ के ऑपरेशन पर भी ताली बजाई, ऐतिहासिक स्तंभों को गिराकर भी ताली ही बजाई

देश की विभिन्न ऐतिहासिक किलों, पत्थरों और मूर्तियों के हालत भी इन गिराए गए स्तंभों से अच्छी हालत में नहीं हैं.

चार बड़े भगोड़ों को भारत लाने की कोशिश तेज, क्या मोदी को होगा चुनाव में फायदा ?

नरेंद्र मोदी को विदेशी दौरों को लेकर काफी आलोचनाओं का सामना करना पड़ा, लेकिन आज यही यात्राएं भगोड़ों को न्याय की चौखट तक लाने में मदद कर रही हैं

ईवीएम में छेड़छाड़ जैसी बेकार की बहस बंद हो, पर कैसे?

मतदान व मतों की गिनती की बुनियादी प्रक्रिया पर बहस से हमारे लोकतंत्र की कुछ ठोस उपलब्धियों पर अविश्वास पैदा होता है. हमारा ध्यान चुनाव सुधारों पर होना चाहिए.

सच्ची रामायण छापने वाले ललई यादव क्यों बन गये बौद्ध?

पेरियार की चर्चित किताब 'सच्ची रामायण' को हिंदी में लाने और उसे पाबंदी से बचाने के लिए लंबी लड़ाई लड़ने वाले ललई सिंह बहुजन क्रांति के नायक थे. 7 फरवरी को उनका परिनिर्वाण दिवस है.

क्या होता अगर एक दलित ‘राग दरबारी’ लिखता?

राग दरबारी पढ़ते हुए छुआछूत के प्रति जुगुप्सा नहीं होती, हंसी आती है. पर मुर्दहिया का उद्धरण पढ़ कर क्रोध और ग्लानि होती है.

‘हल’ और ‘क़लम दवात’ के बीच ‘सेब’ कैसे बदलेगा कश्मीर की राजनीति

सज्जाद लोन इन दिनों अपनी पार्टी को नए रूप व नई ताक़त से सक्रिय करने में जुटे हुए हैं. हर दिन कोई न कोई बड़ा नेता उनके दल में शामिल हो रहा है.

सोशल मीडिया पर आते ही छा गईं बहन जी

मायावती का ट्विटर पर आना सोशल मीडिया की बेहद शानदार खबर है. इससे बीएसपी को तो फायदा होगा ही, सोशल मीडिया की विश्वसनीयता भी बढ़ेगी.

नरेंद्र मोदी ने रणनीति के जरिये तैयार किया है अपना मतदाता वर्ग

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मीडिया, विज्ञापन और प्रचार की बदौलत मतदाताओं को दो वर्गों में बांट कर एक को अपने हिस्से में पूरी तरह आरक्षित कर लिया है.

मत-विमत

आसिम मुनीर के दिमाग में क्या चल रहा है?

कश्मीर में जो सामान्य स्थिति बहाल हुई है उसे, मुनीर के मुताबिक, उलटना जरूरी था. पहलगाम कांड की तैयारी उनके भाषण और इस हमले के बीच के एक सप्ताह में तो नहीं ही की गई, इसमें कई महीने नहीं तो कई सप्ताह जरूर लगे होंगे.

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जम्मू-कश्मीर के उधमपुर में वायुसेना स्टेशन की सुरक्षा में तैनात जवान शहीद

जम्मू/जयपुर, 10 मई (भाषा) जम्मू-कश्मीर के उधमपुर जिले में एक वायुसेना स्टेशन पर शनिवार को पाकिस्तानी ड्रोन के टुकड़े की चपेट में आने से...

लास्ट लाफ

सुप्रीम कोर्ट का सही फैसला और बिलकिस बानो की जीत

दिप्रिंट के संपादकों द्वारा चुने गए दिन के सर्वश्रेष्ठ कार्टून.