अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट की जज रुथ बेडर गिंसबर्ग ने भारत की आरक्षण व्यवस्था को अमेरिका में अपनाए गए ऐसे किसी भी कार्यक्रम के मुकाबले पुराना और अधिक व्यापक बताया है.
भारत की सामंती शक्तियों और सामंती विचार के लोगों ने उन सब मंचों का हमेशा से विरोध किया है, जिन्होंने लोगों को बराबरी देने का छोटा-सा प्रयास भी किया हो.
भारतीय चिन्तन में अश्वघोष के बाद निर्गुण संतों ने ही जाति-प्रथा के दुष्परिणामों को मजबूती से स्वर दिया है. गुरु रविदास का स्वर इनमें सबसे ऊंचा है. आज जब उनके गुरुघर पर विवाद चल रहा है तो उनकी रचनाओं को पढ़ा जाना चाहिए.
धर्मान्तरण की शिकार महिलाओं के हितों की रक्षा जरूरी है, बीवी को तलाक दिये बगैर शादी के लिये इस्लाम धर्म अपनाने वाले व्यक्तियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई आवश्यक.
कठिन वृद्धि दरों को हासिल करने पर ज़ोर देना पिछली भूलों को और गहरा ही करेगा. भारतीय अर्थव्यवस्था को मौजूदा गर्त से निकलने के उपायों पर गंभीरता से सोचना होगा.
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ में पिछड़ों के लिए आरक्षण को दोगुना कर और मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री कमलनाथ ने भी ऐसा ही करके बीजेपी की कमंडलवादी सियासत को टक्कर देने की कोशिश की है.
मंडल कमीशन के चेयरमैन बी.पी. मंडल की जयंती पर आइए जानते हैं कि उन्होंने अपनी रिपोर्ट में पिछड़े वर्गों के उत्थान के लिए कौन सी सिफारिशें की थीं और उनमें से कितने पर अमल हुआ