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Saturday, 22 November, 2025
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मत-विमत

दुनिया में हिंदू राष्ट्र वाला पोस्टकार्ड भेजने से नरेंद्र मोदी को क्या रोक रहा है

भारत का ऐतिहासिक घाव पिज्जा बेस की तरह का है, टॉपिंग और दुश्मन समय के साथ बदलते रहते हैं.

बिहार विधानसभा चुनाव में कन्हैया कुमार के बदले-बदले सुर क्या इशारा करते हैं

सीपीआई और कन्हैया की मजबूरी है कि उन्हें आरजेडी को कमजोर भी करना है और उसकी मदद से भाजपा को भी हटाना है.

IMF की भविष्यवाणी पर मत जाइए, बांग्लादेश ने दक्षिण एशिया के आर्थिक चैंपियन के रूप में भारत को मात नहीं दी है

भारतीय अर्थव्यवस्था और व्यापार व्यवस्था कहीं ज्यादा विविधतापूर्ण है इसलिए अगर आपको भारत की क्षमता पर संदेह नहीं है, तो अभी बांग्लादेश पर दांव मत लगाइए.

हिंदुत्व से सच्चर रिपोर्ट तक- आज सर सैयद अहमद खान होते तो क्या करते

सर सैयद, जिनके द्वारा स्थापित एएमयू की शतवार्षिकी मनाई जा रही है, इस बात को समझते थे कि जब तक इस्लाम भारतीय संस्कृति से एकाकार नहीं हो जाता, वो इस देश में अजनबी ही रहेगा.

मोदी-शाह के अश्वमेध यज्ञ में NDA बलि चढ़ाने वाले घोड़े की तरह है जिसके सहारे वो भारतीय राजनीति की नई परिभाषा लिख रहे हैं

मोदी-शाह की नयी राजनीति आपको कबूल है तो आपका ही भला है, नहीं कबूल है तो इस अश्वमेध के घोड़े को चुनौती देने के लिए आपको वायरल होने वाले ट्वीट्स से आगे बढ़कर कुछ करना पड़ेगा.

डोनाल्ड ट्रंप हों या बाइडेन- भारत और अमेरिका के सामरिक संबंध मतभेद रहित नहीं होंगे

राष्ट्रपति ट्रंप और पूर्व उपराष्ट्रपति बाइडेन के बीच अब तक हुई एकमात्र राष्ट्रपतीय बहस में भारत का उल्लेख महज प्रसंगवश हुआ लेकिन दोनों ही उम्मीदवार बीते दिनों में मज़बूत भारत-अमेरिका संबंधों का समर्थन कर चुके हैं.

तमिलनाडु में भाजपा का खाता खुलने के लिए खुशबू सुंदर ही काफी नहीं, स्टार पॉलिटिक्स का दौर खत्म

न केवल खुशबू सुंदर बल्कि भाजपा में शामिल अधिकांश नए सदस्य उन चार फैक्टर पर खरे नहीं उतरते हैं, जिन्होंने इसे संसद में दो सदस्यों वाली पार्टी से व्यावहारिक तौर पर बिना किसी प्रतिद्वंद्वी वाली सत्तारूढ़ पार्टी के मुकाम तक पहुंचाया है.

हाइब्रिड वॉर, क्वाड या फिर डटे रहने की रणनीति- चीन के खिलाफ भारत के पास ये हैं पांच विकल्प

लफ़्फ़ाजियों और ‘पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशनों’ को भूल जाइए, यह समय चीन को उसकी ही चालबाजियों के मुताबिक जवाब देने का है जबकि हमारे पास उस पर हमले करने के कई मुद्दे उपलब्ध हैं.

सिर्फ टिकटॉक ही नहीं, एक बिस्किट का विज्ञापन या योगा पैंट पहने महिला भी पाकिस्तानियों के दिमाग़ में गंदगी भर सकती है

ज़िया-उल-हक़ के दिनों में भी पाकिस्तानी टीवी सीरियल ‘आंगन टेढ़ा’ से अपनी भड़ास निकाल लेते थे. लेकिन इमरान ख़ान तो टिकटॉक की भी इज़ाज़त नहीं दे रहे.

शोपियां एनकाउंटर मनोज सिन्हा के लिए लिटमस टेस्ट, न्याय से ही भर सकते हैं कश्मीर के जख्म

एक सैन्य कमांडर के तौर पर मैं मानवाधिकार उल्लंघन की घटनाओं को लेकर बहुत सतर्क रहा हूं जिनमें जांच जरूरी होती है. अगर फैसले में कोई गलती हो जाए तो उसे सुधारने के उपाय किए जाने की जरूरत होती है.

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तेजस को श्रद्धांजलि, भारत का देरी वाला कल्चर ही आसमान में असली दुश्मन है

तेजस एक बेहतरीन, कम कीमत वाला और ज़्यादातर देश में बना हुआ लड़ाकू विमान है, जिसका सुरक्षा रिकॉर्ड भी बहुत अच्छा रहा है. पिछले 24 साल में इसके सिर्फ दो हादसे हुए हैं, लेकिन ताज़ा हादसे के बाद इसका आत्म-विश्लेषण ज़रूरी हो जाता है.

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बिहार विधानसभा के अध्यक्ष पद के लिए लामबंदी तेज

पटना, 22 नवंबर (भाषा) बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा राज्य के मंत्रियों को विभागों का बंटवारा किए जाने के एक दिन बाद विधानसभा...

लास्ट लाफ

सुप्रीम कोर्ट का सही फैसला और बिलकिस बानो की जीत

दिप्रिंट के संपादकों द्वारा चुने गए दिन के सर्वश्रेष्ठ कार्टून.