scorecardresearch
Monday, 20 January, 2025
होममत-विमतनेशनल इंट्रेस्ट

नेशनल इंट्रेस्ट

RSS/हिंदुत्व पर कई सवाल उठ सकते हैं पर ‌ISIS से तुलना कितनी वाजिब?

बौद्धिक आलस के शिकार होने वालों में सलमान खुर्शीद अकेले नहीं हैं इसलिए उनसे सीख लेने से पहले कांग्रेसनेताओं को आइएसआइएस और चुनावी राजनीति के बारे में पूरी जानकारी हासिल कर लेनी चाहिए.

बॉलीवुड अब भारतीय पत्रकारों को धूर्त, तिकड़मी, TRP लोभी और मूर्ख के रूप में पेश कर रहा है

50 वाले दशक की हिंदी फिल्मों में पत्रकार हीरो हुआ करते थे और बाद में तिकड़मी और जोकर तक के रूप में पेश किए जाने लगे, यह सोशल मीडिया पर खासकर महिला पत्रकारों को निशाना बनाए जाने को ही प्रतिबिंबित करता है.

आर्यन -वानखेड़े प्रकरण के बाद IPS-IRS-IAS खुद से सवाल पूछें कि अपनी शपथ को लेकर वो कितने ईमानदार हैं

यह मामला ऑल इंडिया और क्लास वन सेवा के कुछ अफसरों में नाम कमाने या ‘स्टार’ बनने के जुनून की ही एक मिसाल है, जबकि कई ऐसे अफसर भी हैं जो गुमनाम रहते हुए पूरी ईमानदारी से काम कर रहे हैं.

मोहन भागवत सही कह रहे- चीन एक बड़ा खतरा है, लेकिन उससे निपटने का उनका फॉर्मूला गले नहीं उतर रहा

भारत चीन से लड़ सकता है मगर इसके लिए देश में शांति और स्थिरता चाहिए, चुनाव जीतने के लिए एनआरसी जैसे पुराने विवादों को भड़का कर या हिंदू-मुसलमान ध्रुवीकरण करके चीन से मुक़ाबला नहीं किया जा सकता शेखर गुप्ता

लखीमपुर खीरी से वाया पंजाब -कश्मीर तक, जो हुआ ऐसे जोखिम भारत अब और नहीं उठा सकता

कश्मीर मसले को निबटाने के लिए पंजाब में अमन चाहिए. जानी-पहचानी बाहरी ताकतों को 30 साल पहले इन दोनों राज्यों में आग लगा देने का जो मौका मिल गया था वह उन्हें फिर से देने का जोखिम नहीं उठाया जा सकता.

खुद को छिन्न-भिन्न करने में लीन विपक्ष, मोदी को अजेय कर रहा, पर 2022 में यूपी ला सकता है ट्विस्ट

अगर भाजपा यूपी में नहीं जीतती है, या फिर मामूली अंतर से ही जीतती है, तो 2024 के लिए चुनावी मूड एकदम अलग होगा. पंजाब में कांग्रेस की वापसी, बीएमसी पर शिवसेना और सहयोगी दलों का कब्जा बरकरार रहना भी मोदी की राह और कठिन कर सकता है.

क्या भारत की अहमियत है? कमला हैरिस के ‘उपदेश’ ने मोदी को ये बता दिया है

मोदी के लिए ऐतिहासिक मौका है कि वे अपने देश को एक नये, अधिक सुरक्षित रणनीतिक स्थिति में पहुंचा दें. यह वे पूर्ण लोकतांत्रिक देश के रूप में ही ऐसा कर सकते हैं.

मोदी की टक्कर का कोई नहीं, पर उनके नक्शे कदमों पर चल तेज़ी से बढ़ रहे हैं योगी आदित्यनाथ

योगी आदित्यनाथ ने भाजपा आलाकमान को सकते में डाल दिया है, अगले साल वे यूपी का चुनाव हार गए तो 2024 में भाजपा की उम्मीदों को झटका लगेगा लेकिन जीत गए तो यह जितनी योगी की जीत मानी जाएगी उतनी आलाकमान की भी.

मोदी को हराने का सपना देखने वालों को देना होगा तीन सवालों का जवाब, लेकिन तीसरा सवाल सबसे अहम है

क्या नरेंद्र मोदी को हराया जा सकता है? अगर हां, तो क्या कोई इसकी कोशिश कर रहा है? 2024 में मोदी को हराने की उम्मीद बांधे विपक्षी नेताओं को ऐसे कुछ अहम सवालों के जवाब ढूंढने चाहिए.

तालिबान के उदय के बीच भारत अपने 20 करोड़ मुसलमानों की अनदेखी नहीं कर सकता है

भारतीय मुसलमानों को न केवल भाजपा बल्कि अन्य सभी दलों ने भी सत्ता संरचनाओं से पूरी तरह बाहर कर दिया है. यहां तक कि सुप्रीम कोर्ट में भी 33 न्यायाधीशों में से मात्र एक मुस्लिम जज हैं.

मत-विमत

एक नया ‘इज़्म’ आ गया है, जो राइट, लेफ़्ट और सेंटर को मात दे रहा है

इस नई दुनिया में ‘पॉपुलिज़्म’ वाम, दक्षिण, मध्य, सभी मार्गों को ध्वस्त कर रहा है. बेशक हर एक देश, मतदाता समूह, और समाज के लिए यह अलग-अलग रूप में उभर रहा है, इसका आकर्षण और इसकी सफलता इसके प्रयोग में निहित है. यह आपके दिल या दिमाग पर ज्यादा बोझ नहीं डालता.

वीडियो

राजनीति

देश

विजय ने किसानों को समर्थन देने का संकल्प जताया, कहा: परंदुर परियोजना से होगा द्रमुक को लाभ

(तस्वीरों के साथ) चेन्नई, 20 जनवरी (भाषा) अभिनय से राजनीति के क्षेत्र में आये विजय ने चेन्नई के निकट परंदुर में प्रस्तावित हवाई...

लास्ट लाफ

सुप्रीम कोर्ट का सही फैसला और बिलकिस बानो की जीत

दिप्रिंट के संपादकों द्वारा चुने गए दिन के सर्वश्रेष्ठ कार्टून.