पाकिस्तान ने जाधव को कांसुलर एक्सेस देने के लिए कुछ शर्तें लगाई थी और यह स्पष्ट करने से भी इनकार कर दिया है कि क्या मामले को सैन्य अदालत से दीवानी अदालत में स्थानांतरित करने की योजना है.
पिछले कुछ सालों से बीएचयू लगातार सुर्खियों में रहा है. शिक्षक और प्रशासन द्वारा छात्र-छात्राओं के साथ बुरा बर्ताव और शोषण के आरोपों के कारण बीएचयू की लगातार किरकिरी हो रही है.
2010 में जब मैं सीआरपीएफ में तैनात था, तब मैंने ऑपरेशन ग्रीन हंट के दौरान नक्सलियों के खिलाफ भारत की लंबी लड़ाई को खुद देखी थी. अब हालात पूरी तरह बदल गए हैं.