मेरठ में प्रहलाद नगर की गलियां पिछले चार दिन से हिंदू-मुसलमान राजनीति से गरमाई हुई हैं. विधायक से लेकर स्थानीय नेताओं व कार्यकर्ताओं ने छेड़खानी, गुंडागर्दी और चोरी की घटनाओं को ‘हिंदुओं के पलायन’ में तब्दील कर दिया है.
आखिर क्षेत्रीय या राज्य स्तर पर ऐसा क्या घटा था जिसके कारण चुनावी राजनीति का पूरा चरित्र ही बदल गया? जबकि राजनीतिक तौर पर उत्तर प्रदेश पिछड़ों और दलित राजनीतिक चेतना को अभिव्यक्त करने वाले राजनीतिक दलों का मज़बूत उदाहरण पेश करता रहा है.