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Friday, 10 May, 2024
होमदेशप्रधानमंत्री मोदी ने 'मन की बात' 2.0 में जल संकट पर दिया जोर

प्रधानमंत्री मोदी ने ‘मन की बात’ 2.0 में जल संकट पर दिया जोर

प्रधानमंत्री ने 'मन की बात' में बताया कि उन्होंने जब कहा था कि अब तीन-चार महीने बाद मिलेंगे तो लोगों ने इसके कई राजनीतिक अर्थ निकाले.

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नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने दूसरे कार्यकाल के पहले ‘मन की बात’ कार्यक्रम में जल संकट की समस्या से निपटने पर जोर दिया. इसके अलावा मोदी ने कहा कि उन्हें भारत के लोगों पर हमेशा से विश्वास था कि वे उन्हें एक बार फिर वापस लाएंगे. प्रधानमंत्री ने ‘मन की बात’ में बताया कि उन्होंने जब कहा था कि अब तीन-चार महीने बाद मिलेंगे तो लोगों ने इसके कई राजनीतिक अर्थ निकाले. मुझे यह विश्वास आपसे मिला था. आपने ही मुझे दोबारा बोलने का मौका दिया.

जल संकट बचाने का किया आह्वाहन

प्रधानमंत्री मोदी ने ‘मन की बात’ कार्यक्रम में लोगों को देश की जल समस्या पर ध्यान दिलाया. मोदी ने कहा, ‘पानी की कमी से देश के कई हिस्से सालभर प्रभावित रहते हैं. बारिश से जो पानी हमें मिलता है, अभी उसका 8 प्रतिशत ही बचाया जाता है. हम जनशक्ति से इस संकट का समाधान कर लेंगे. जल की महत्ता को सर्वोपरि रखते हुए देश में नया जलशक्ति मंत्रालय बनाया गया है. मैंने पानी के संचय के लिए ग्राम प्रधानों को पत्र भी लिखा है.’

मोदी ने सभी नागरिकों से तीन अनुरोध किया

1. जैसे देशवासियों ने स्वच्छता को आंदोलन बना दिया. वैसे ही जल संरक्षण को आंदोलन बना दें. पानी की एक-एक बूंद बचाने के लिए मेहनत करें.
2. जल संरक्षण के लिए सदियों से पारंपरिक तरीके अपनाए जा रहे हैं. इन्हें प्रयोग में लाएं और अपने आसपास लोगों के साथ साझा करें. ऐसा एक प्रयोग पोरबंदर के कीर्ति मंदिर में है. वहां 200 साल पुराने टांके में आज भी पानी है और बरसात के पानी को रोकने की व्यवस्था है.
3. जल संरक्षण के लिए काम करने वाले लोगों से जो जानकारी मिले, उसे हैशटैग जनशक्ति जलशक्ति के साथ साझा करें. ताकि उसका एक डाटाबेस बनाया जा सके.

नए कार्यकाल में पहला ‘मन की बात’ 

इससे पहले 24 फरवरी को पिछले कार्यकाल के अंतिम ‘मन की बात’ कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा चुनाव में जीत का विश्वास जताते हुए चुनावों के बाद भी ‘मन की बात’ कार्यक्रम के माध्यम से जनता से दोबारा संवाद करने का वादा किया था.

मोदी ने पहले कार्यकाल में 53 बार मन की बात की थी. पिछले कार्यकाल के आखिरी ‘मन की बात’ कार्यक्रम में उन्होंने लोकसभा चुनाव में पूर्ण बहुमत के साथ वापसी की उम्मीद जताई थी. मोदी ने कहा, ‘एक लम्बे अंतराल के बाद, फिर से एक बार, आप सबके बीच, मन की बात’ का सिलसिला प्रारम्भ कर रहे हैं. तीन-चार महीने का वक्त काफी कठिन था. एक बार तो मन कर रहा था कि चुनाव समाप्त होते ही आपसे बात करूं, लेकिन फिर रविवार को ही बात करने का मन हुआ. इस रविवार ने काफी इंतजार कराया.’

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