प्रधानमंत्री ने रामलीला मैदान में रैली के दौरान घुसपैठिए और शरणार्थी का फर्क समझाने की कोशिश की और पूछा कि घुसपैठिए अपनी असली पहचना क्यों नहीं बताते हैं?
क्या मुफ्त रेवड़ियां विपक्ष को आगे बढ़ने में मदद कर सकती हैं? वे ऐसा जो भी वादा करेंगे, मोदी उससे बेहतर पेशकश कर देंगे. मोदी चूंकि सत्ता में हैं, उनके वादी को ज्यादा विश्वसनीय माना जाएगा.