कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा ने कहा, 'देश के लिए आज दुर्भाग्य का दिन है. राष्ट्रपति देश के संविधान के संरक्षक हैं. इस कानून के जरिये संविधान पर हमला किया गया है. सरकार ने सीएए को उपलब्धि बताकर राष्ट्रपति पद की गरिमा को गिराया है.'
मोदी सरकार की नीतियों का जुलूस निकालकर विरोध करना बीएचयू के छात्रों को भारी पड़ा है. विरोध करने की वजह से बीएचयू के कुल नौ छात्र-छात्राओं को बीएचयू प्रशासन की तरफ से नोटिस मिला है.
बैंक यूनियनों ने दो दिन की हड़ताल का आह्वान किया है जिसे इंडियन बैंक्स असोसिएशन ने अखबारों में विज्ञापन निकालकर कर्मचारियों की मांगों को गैर वाजिब बताया है.
राष्ट्रपति कोविंद ने भाषण में जैसे ही सीएए का जिक्र किया वैसे ही सत्तापक्ष के संसद सदस्यों ने मेजें थपथपाईं. वहीं विपक्षी दलों के सदस्यों ने जवाब में जमकर हंगामा किया और नारेबाजी की.
शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास के सह-सचिव अतुल कोठारी छात्रों को गंदी राजनीति से दूर रखना चाहते है. जेएनयू पर एक सेमिनार में उन्होंने गरीब छात्रों की फीस कम रखने और अमीरों को बढी फीस देने की वकालत की.