संध्या गोखले ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के अंत में कहा कि अभी चुनावी माहौल है या नहीं यह मायने नहीं रखता, लेकिन एक बात तय है कि देश और समाज में असहिष्णुता है.
चार बार प्रदेश की मुख्यमंत्री रहीं मायावती ने अपनी प्रतिमाओं पर 3.49 करोड़ रुपये, अपने गुरु कांशीराम की प्रतिमाओं पर 3.77 करोड़ रुपये और अपनी पार्टी के चुनाव चिन्ह हाथी की मूर्तियों पर 52.02 करोड़ रुपये खर्च किए हैं.
तड़के तीन बजे पुलिस की टीम ने आंदोलन के लिए लगाए गए शामियाने, बैनर और पोस्टरों को उखाड़ फेंका, क्योंकि स्थानीय अधिकारियों ने कहा कि वे अवैध रूप से लगाए गए हैं.
चंद्रबाबू नायडू 11 फरवरी को केंद्र सरकार के खिलाफ दिल्ली में धरना प्रदर्शन करने वाले हैं. इस प्रदर्शन में लोगों की भीड़ भी वो आंध्र प्रदेश से ला रहे हैं.
दक्षिण भारतीय नेताओं का दावा है कि संसदीय प्रतिनिधित्व कम करने से संसाधन आवंटन प्रभावित हो सकता है. उन्हें याद रखना चाहिए कि दक्षिण में विकास बिहार और ओडिशा की कीमत पर हुआ है.