औरतों ने पहले फेसबुक पर आना शुरू किया, फिर इंस्टाग्राम, यूट्यूब पर और अब टिक टॉक पर तो वो बूढ़ी दादियां भी आ गई हैं जो इंटरनेट को उंटरनेट या ‘मुझे नहीं पता क्या होता है’ कहती थीं.
भगवा वस्त्र पहने स्थानीय युवकों ने पीटते वक्त इन कश्मीरियों पर अभद्र टिप्पणी करते हुए लाठियां बरसाई. दोनों युवक लखनऊ में ड्राई फ्रूट बेचने का काम करते हैं.
जगजीत सिंह डल्लेवाल के नेतृत्व में किसानों के लिए ‘एमएसपी’ की कानूनी गारंटी की मांग को लेकर चल रहा आंदोलन 2020-21 में नए कृषि कानूनों के खिलाफ चले आंदोलन की छाया मात्र है क्योंकि एमएसपी आज पहले की तरह प्रमुख मुद्दा नहीं रह गया है.