अमित भारद्वाज, जिसने कथित तौर पर 2,000 करोड़ रुपये का चूना लगाकर कई लोगों को ठगा और दुबई चला गया, बुधवार को भारत पहुंचा और जाँच एजेंसियों को सौंप दिया गया है।
यह विचार विमर्श कैबिनेट की 20 फरवरी की बैठक की कार्यसूची का औपचारिक अंश था. ऐसा सूचित किया गया था कि 7.9 करोड़ से भी अधिक दर्शकों ने इस कार्यक्रम का हिस्सा बने.
सुरक्षा परिषद की विफलताओं का मूल कारण इसके पांच स्थायी सदस्यों की बेहिसाब ताकत और उनका ‘वीटो पावर’ है. दुनिया जबकि लोकतंत्र की दुहाई दे रही है, यह परिषद सबसे आलोकतांत्रिक संस्था नज़र आती है.
तिरुपति (आंध्र प्रदेश), दो अक्टूबर (भाषा) आंध्र प्रदेश के उपमुख्यमंत्री पवन कल्याण बुधवार को अपनी बेटियों के साथ तिरुमाला मंदिर पहुंचे।अपनी यात्रा के दौरान,...